भोपाल। मध्यप्रदेश में 10वीं और 12 वीं बोर्ड की परीक्षाओं के दिन नजदीक आते जा रहे हैं. परीक्षा शुरू होने में अब चंद दिन ही बचे हैं. बोर्ड परीक्षा को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल ने गाइडलाइन जारी कर दी है. स्टूडेंट्स को परीक्षा के लिए एग्जाम सेंटर पर निर्धारित समय से एक घंटे पहले पहुंचने के लिए कहा गया है. स्टूडेंट्स को परीक्षा शुरू होने के आधा घंटे पहले एग्जाम हॉल में दाखिल होना होगा. इस बार बच्चों को कॉपी में शब्द सीमा का विशेष ध्यान रखना होगा, क्योंकि परीक्षा में स्टूडेंट्स को सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं मिलेगी.
एमपी शिक्षा बोर्ड के 10वीं व 12 वीं के एग्जाम के लिए नई गाइडलाइन जारी, इन बातों का ध्यान रखें स्टूडेंट्स - एमपी बोर्ड नई गाइडलाइन
MP Board exam New guideline : माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं व 12वीं के एग्जाम के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है. इस बार स्टूडेंट्स को सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं मिलेगी. इसलिए सवालों के सधे जवाब ही लिखने होंगे.
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Jan 19, 2024, 1:50 PM IST
10वीं की परीक्षा 5 व 12वीं की 6 फरवरी से :प्रदेश में 3852 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं. एमपी बोर्ड की दसवीं की परीक्षा 5 फरवरी और बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं 6 फरवरी से शुरू होने जा रही हैं. इन परीक्षाओं में 17 लाख से ज्यादा बच्चे परीक्षा में बैठेंगे. गाइडलाइन के अनुसार स्टूडेंट्स को एक ही कॉपी मिलेगी, उसी में सारे प्रश्नों के उत्तर लिखने होंगे यानी सप्लीमेंट्री कॉपी नहीं मिलेगी. हालांकि मुख्य कॉपी 32 पेज की होगी, जो पेपर हल करने के लिए अपने आप में पर्याप्त होगी. काउंसलर्स शबनम खान कहती हैं कि बच्चों को प्रश्न के उत्तर लिखकर याद करने की प्रैक्टिस करनी चाहिए. इसमें वे उत्तर की शब्द संख्या का भी खास ख्याल रखें. इससे 32 पेज की कॉपी में आसानी से उनका पेपर पूरा हो जाएगा.
ये है गाइडलाइन :
- याद रखें कि उत्तर जितना सधा हुआ लिखा जाएगा, नंबर उतने ही अच्छे मिलेंगे. ज्यादा बढ़ा-चढाकर लिखने से बचें
- उत्तर पुस्तिका में बच्चों को सबसे पहले ओएमआर शीट भरनी होती है. इसके लिए काले या नीले रंग के बाल पेन का ही उपयोग करें
- स्टूडेंट्स को प्रवेश पत्र के साथ ही अपने आधार कोर्ड को भी एग्जाम सेंटर पर लेकर जाना होगा
- परीक्षा केन्द्र में एक लोहे की पेटी भी रखी जाएगी. इसमें स्टूडेंस के पास यदि कोई नकल सामग्री है, तो वह अपनी इच्छा से इसमें डाल सकेंगा.
- परीक्षा केन्द्र पर ड्यूटी दे रहे शिक्षकों, पर्यवेक्षकों और दूसरे कर्मचारियों को भी प्रवेश कार्ड दिए जा रहे हैं. बिना प्रवेश कार्ड कर्मचारियों और टीचर्स को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा
- इस बार उन्हीं स्कूलों में परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं, जिसमें शौचालय, पानी के अलावा सीसीटीवी की व्यवस्था हैं. बड़े शहरों में अधिकांश केन्द्र निजी स्कूलों में बनाए गए हैं