भोपाल। राजधानी भोपाल में कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन में जमकर बवाल हुआ. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की अगुआई में कार्यकर्ता भोपाल के जवाहर चौक पर से राजभवन तक मार्च निकाल रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोशनपुरा के पास ही रोक लिया. कांग्रेसियों को रोकने के लिए पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी और वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. पुलिस के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई. जिसके बाद पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके विधायक बेटे जयवर्धन सिंह समेत 20 से ज्यादा नेताओं को हिरासत में ले लिया. इस घटना क्रम को कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा, पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एपी प्रजापित ने शर्मनाक बताया है और केंद्र और राज्य की शिवराज सरकार पर निशाना साधा है.
पीएम मोदी को बताया तानाशाह
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि बीजेपी ने आज बर्बरता का तांडव किया है. जिसे सब ने देखा है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र को को एक तानाशाह बताया. पूर्व मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी जबसे देश के प्रधानमंत्री बने हैं, तब से ही लोकतंत्र की हत्या हो रही है. अब तक 75 किसानों की मौत हो चुकी है. लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है. कहते थे कि ये आंदोलन दिल्ली तक सीमित है. अब पता चल है कि इसकी आंच कहां तक पहुंच रही है. कांग्रेस भी किसानों के साथ है. भोपाल में प्रदर्शन के दौरान जो कुछ भी हुआ वो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. हम पर पीछे से वार किया गया. महिला कार्यकर्ताओं को मेल पुलिसकर्मी घसीटते हुए ले गए. यहां तक कि पुलिस ने मीडिया पर भी हमला किया. मोदी सरकार की तानाशाही नहीं चलेगी. कांग्रेस किसानों के साथ है. सरकार जब तक काले कानून वापस नहीं ले लेती प्रदर्शन जारी रहेगा.
'नागरिकों के अधिकारों का हो रहा हनन'