6 साल पहले जहां हुआ था गोलीकांड, कांग्रेस वहां 6 जून को करेगी बड़ा सम्मेलन
मंदसौर गोलीकांड की 6 जून को बरसी है, इस पर कांग्रेस द्वारा बड़ा सम्मेलन किया जाएगा. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शामिल होंगे.
कांग्रेस का मंदसौर में बड़ा सम्मेलन
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Published : May 30, 2023, 8:02 PM IST
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Updated : May 30, 2023, 10:28 PM IST
कांग्रेस का मंदसौर में बड़ा सम्मेलन
भोपाल।चुनावी साल में कांग्रेस गोलीकांड की बरसी पर 6 जून को मंदसौर में बड़ा सम्मेलन करने जा रही है. इस सम्मेलन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ सहित पार्टी के बड़े नेता शामिल होंगे. युवा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष मीनाक्षी नटराजन ने बताया कि "इस दिन मंदसौर गोलीकांड में मारे गये किसानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. साथ ही एक बार फिर पुरानी मांगों को सरकार के सामने दोहराया जाएगा. कांग्रेस मंदसौर गोलीकांड के जरिए एक बार फिर बीजेपी की शिवराज सरकार को कटघरे में खड़ा करेगी."
सरकार से पूछा जाएगा सवाल:कांग्रेस नेत्री मीनाक्षी नटराजन ने कहा कि "सरकार घटना के 6 साल बाद भी मृतक किसानों के परिवार को न्याय नहीं दिला सकी. आज भी यह तय नहीं किया जा सका कि घटना के लिए जिम्मेदार कौन है. यह दिखाता है कि सरकार किसानों के मुद्दों को लेकर कितनी गंभीर है." कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ 6 जून को मंदसौर जाएंगे और मृतक किसानों को श्रद्धांजलि देंगे.
मंदसौर में महासम्मेलन 6 जून को आयोजित
गोलीकांड की रिपोर्ट अब तक नहीं हुई पेश:मंदसौर गोलीकांड को लेकर राज्य सरकार द्वारा गठित की गई जांच रिपोर्ट का 6 साल बाद भी इंतजार है. 6 जून 2017 को मंदसौर में हुए गोलीकांड में किसानों की मौत के मामले में जेके जैन की अध्यक्षता में जैन आयोग का गठन किया गया था. लेकिन 6 साल बाद भी जांच आयोग की रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर नहीं रखी गई है. पूर्व कांग्रेस विधायक पारस सकलेचा के मुताबिक उन्होंने इस मामले में इंदौर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है. इस मामले में कोर्ट ने सरकार से जवाब तलब किया है.
मंदसौर में क्या हुआ था:दरअसल, 6 जून 2017 को मंदसौर में पुलिस फायरिंग में 6 आंदोलनकारियों की मौत हो गई थी. घटना उस समय हुई थी जब किसान फसलों की सही कीमतों को लेकर जिले में आंदोलन कर रहे थे. सरकार पर दवाब बनाने के लिए फल-सब्जी की सप्लाई बंद कर दी गई थी. दूध को सड़कों पर बहाया जा रहा था. इसी दौरान पुलिस और किसानों का आमना सामना हुआ और इसके बाद पिपलिया मंडी में पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमें 5 किसानों की मौत हो गई थी. बाद में इलाज के दौरान 1 और किसान ने दम तोड़ दिया था.