भोपाल।राजधानी भोपाल के रवीन्द्र भवन में हुए कांग्रेस के नगरीय निकाय प्रतिनिधियों के सम्मेलन में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने उत्साह भरा और आगामी चुनाव की रणनीति भी बताई. जेपी अग्रवाल ने प्रदेश पदाधिकारियों से कहा कि विधानसभा में काम करने वाले नेताओं का कम्प्यूटर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए. उन्होंने साफ कहा कि घर बैठने वालों को विधानसभा चुनाव के मैदान में नहीं उतारा जाएगा.
नए सिरे से बनाएं रणनीति :टिकट के पहले देखा जाएगा कि उम्मीदवार ने विधानसभा स्तर पर भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई के मुद्दे पर कितने धरना प्रदर्शन किए. काम के आधार पर ही विधानसभा में टिकट दिया जाएगा. जिंदा सिर्फ कहने से नहीं माना जाएगा, जिंदा तभी माना जाएगा जब कुंआ खोदकर पानी निकालेंगे. कमलनाथ ने कहा कि नगरीय निकाय चुनाव 2023 की रिहर्सल थी, इससे सभी ने सबक सीखा है. समझ लें कि आज कोई भी परंपरागत कांग्रेसी नहीं है. अब दावा नहीं किया जा सकता कि यह पूरा गांव कांग्रेस का है. पंचायत और निकाय चुनाव में जिन्होंने आपको वोट नहीं दिया, उस पर भी पूरा फोकस करें. पहले जहां बीजेपी को वोट मिलता था, उसे कांग्रेस ने जीता है.
गुटबाजी को दरकिनार करें :कमलनाथ ने कहा कि निकाय चुनाव में गुटबाजी और विवाद देखने को मिला, लेकिन यह सभी परिवार में होता है. गुटबाजी में हम अपने घर को नुकसान न पहुंचाएं. हाथ जोड़कर खुले दिल से सभी को साथ लेकर आगे बढ़ना होगा, तभी 2023 का चुनाव जीतेंगे. विरोध करके इन्हें बीजेपी की तरफ न धकेलें. नगरीय निकाय चुनाव स्तर पर रणनीति बनानी होगी. स्थानीय स्तर के हिसाब से वचन पत्र और आरोप पत्र तैयार करके भेजें. मतदाता सूची की तैयारी में भी जुट जाएं. अगले एक साथ का प्रोग्राम तय करें कि क्षेत्र में क्या-क्या काम करने हैं. लगातार लोगों से संपर्क बनाएं, इसके लिए कार्यक्रम करें. आगामी चुनाव में आपकी निष्ठा और मेहनत की परीक्षा है.