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'शवराज का जंगलराज', बेरोजगारों को छलते शिवराज, झूठे आश्वासन उगलते शिवराज!

मध्यप्रदेश में सत्ता की आस देख रही कांग्रेस जमीन से ज्यादा वर्चुअल ही एक्टिव दिख रही है, जबकि अभी विपक्ष के पास सरकार को घेरने के लिए तमाम मुद्दे हैं, जिसमें महंगाई और बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. कोरोना महामारी के दौरान चरमराई स्वास्थ्य सेवाओं और कोरोना मृतकों और उनके परिजनों को मदद मुहैया कराने की सरकार की नाकामी भी विपक्ष के लिए बड़ा मुद्दा है. वहीं विपक्ष सिर्फ ट्विटर पर चूं-चूं करता दिख रहा है.

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Published : Jul 15, 2021, 9:42 AM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस एक के बाद एक कई ट्वीट कर राज्य सरकार को महंगाई व पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम के खिलाफ घेरने की कोशिश की है, ट्विटर पर लिखा- भोपाल पुलिस ने की लूट, व्यापारी से छीने 5 लाख रुपये. पूर्व मुख्यमंत्री पर डंडा तानने वाली भोपाल पुलिस ने हीरा कारोबारी से 5 लाख रुपये लूटे हैं. शिवराज जी, ये वही पुलिस है न जिसने कुछ दिन पहले एसपी को थप्पड़ मारने और युवक को आत्महत्या के लिये प्रेरित करने का दुष्कृत्य किया था. 103 दिन में 66 बार बढ़े पेट्रोल डीजल के दाम, महंगाई दर भी बढ़कर 6% से अधिक हो गई है. कांग्रेस ने 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला था, मोदी सरकार ने 23 करोड़ लोगों को वापस गरीबी रेखा के नीचे धकेल दिया. मोदी जी, देश बर्बाद करने का लक्ष्य और कितना बाकी है?

वहीं अगले ट्वीट में एक फोटो शेयर करने हुए लिखा- शिव’राज' में बदहाल मध्यप्रदेश, बना सिसकता सवाल मध्यप्रदेश. इसके साथ पोस्ट की गई तस्वीर में कई अखबारों की हेडलाइन की कटिंग लगाते हुए प्रदेश सरकार पर तीखे सवाल किए गए हैं.

वहीं एक कार्टून पोस्ट करते हुए प्रदेश कांग्रेस ने लिखा- बेरोजगारों को छलते शिवराज, झूठे आश्वासन उगलते शिवराज. प्रदेश में तेजी से बेरोजगारी बढ़ी है, प्रदेश सरकार कोरोना महामारी के दौरान रोजगार सेतु एप लाई थी, जिसके जरिए दूसरे राज्यों से बेरोजगार होकर लौटे प्रदेशवासियों को रोजगार देने की योजना थी, पर वो भी लक्ष्य से भटक गई है. वहीं एक और ट्वीट में मध्यप्रदेश में टीकाकरण की रफ्तार घटी है, 26 जून के बाद से 41.4% टीकाकरण घटा है, एक दिन का टीकाकरण का आंकड़ा दिखाने के बाद से प्रदेश में टीकाकरण की घटती रफ्तार और टीकाकरण केन्द्रों पर बढ़ती कतार सरकार के कुप्रबंधन का ही नतीज है. शिवराज जी, क्या तीसरी लहर बुलाकर ही मानोगे?

गरीबों के लिए आफत बने शिवराज, रोज मार रहे गरीबों के पेट पर लात. विधायक खरीदकर मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान अतिक्रमण हटाने के नाम पर गरीबों की रोजी-रोटी छीन रहे हैं. शिवराज जी, ये सब करते हुये शर्म नहीं आती ? 'शवराज का जंगलराज'.

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