भोपाल:विस्तार की सुगबुगाहट के बीच आज सीएम शिवराज सिंह चौहान दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मिलेंगे. सीएम हाउस से जारी की गई जानकारी के मुताबिक सीएम प्रदेश में कोरोना की स्थिति और वैक्सीनेशन को लेकर जानकारी देंगें, लेकिन कैबिनेट विस्तार की संभावना से पहले हो रही दोनों नेताओं की इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है. कयास लगाए जा रहे हैं बैठक में एमपी से कैबिनेट में शामिल हो सकने वाले दावेदारों को लेकर भी चर्चा की जाएगी. एमपी से कैबिनेट में शामिल होने वाले प्रबल दावेदार के तौर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम सबसे आगे है. इसके अलावा मीटिंग में पिछले दिनों हुई प्रदेश के बड़े नेताओं की मुलाकातों का जिक्र भी हो सकता है.
सिंधिया की दावेदारी पर हो सकती है चर्चा
माना जा रहा है कि पीएम के साथ अगामी कैबिनेट विस्तार को लेकर भी शिवराज की चर्चा होगी. एमपी से भी कैबिनेट में शामिल होने के लिए बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रबल दावेदार हैं. सिंधिया हाल ही में भोपाल दौरे पर भी आए थे और सीएम शिवराज से मुलाकात की थी.। केंद्रीय कैबिनेट के विस्तार के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. एमपी में मंडल और निगम अध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर सिंधिया समर्थकों के दबाव को लेकर पेंच फंसा हुआ है. सिंधिया अपने समर्थकों की सत्ता और संगठन में अच्छी-खासी भागीदारी चाहते हैं. हालांकि इससे पहले भोपाल में शिवराज-सिंधिया के बीच मैराथन बैठक हो चुकी है, लेकिन इसके बाद सहमति बनने को लेकर कोई बड़ा एलान नहीं किया गया है. सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी के साथ इन मुद्दों पर भी सीएम चर्चा कर सकते हैं. इसके अलावा शिवराज सिंह दिल्ली में कुछ और बड़े नेताओं के साथ भी मुलाकात करेंगे.
कोरोना की स्थिति और वैक्सीनेशन पर देंगे जानकारी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रधानमंत्री मोदी से कल होने वाली मुलाकात में राज्य में कोरोना की स्थिति और वैक्सीनेशन की गति को लेकर भी जानकारी देंगे. माना जा रहा है कि सीएम कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रदेश में की जा रही तैयारियों को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक बैठक में इसके अलावा और भी मुद्दों पर चर्चा हो सकती है जिसमें प्रदेश में पिछले दिनों बीेजेपी के बड़े नेताओं की बीच हुईं गुपचुप मुलाकातों और कई मुद्दों पर सामने आई पार्टी के बड़े नेताओं के तीखे तेवरों और हाल ही में प्रदेश में उड़ी नेतृत्व परिवर्तन की अफवाह और बीजेपी नेताओं के सफाई देने के मद्दे भी बातचीत में शामिल हो सकते हैं.
कुछ ऐसा रहा है बीते दिनों में प्रदेश की सियासत का सफर
- मध्य प्रदेश बीजेपी के बड़े नेताओं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की एक दूसरे से बंद कमरे में हुई मुलाकातें काफी चर्चा में रही हैं.
- इसके बाद सीएम से प्रदेश अध्यक्ष की मीटिंग, जिसमें संघ के पदाधिकारियों का शामिल होना. संघ के इन पदाधिकारियों का सीएम हाउस पहुंचने से पहले संघ मुख्यालय 'समिधा' जाना और इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का अचानक से 9 जून को भोपाल आना.
- घटनाक्रम प्रदेश की सियासत में कोई 'खिचड़ी' के पकने की आशंका जता रहा था, हालांकि इससे पहले पार्टी के कई बड़े नेता किसी भी सियासी फेरबदल की संभावना को खारिज कर चुके हैं, लेकिन एक के बाद एक हो रहीं घटनाएं यह इशारा जरूर कर रही हैं कि मध्यप्रदेश बीजेपी में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं है.
ये मुलाकात एक... बहाना है
- नेतृत्व परिवर्तन को लेकर प्रदेश के बड़े नेताओं की साफ-सफाई से पहले के घटनाक्रम पर अगर गौर किया जाए तो बड़े नेताओं के बीच बंद कमरों में हुई गुपचुप मीटिंग्स ने ही इसे हवा भी दी थी.
- कुछ दिन पहले भी पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की बीच मुलाकात हुई.
- इसके बाद विजयवर्गीय ने सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल से दिल्ली में मुलाकात की.
- इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और नरोत्तम मिश्रा के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई.
- इसके बाद वीडी शर्मा मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिले.दोनों की मुलाकात में प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत और सहसंगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी मौजूद रहे .
- इसके बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रदेश बीजेपी की छवि को सुधारने के लिए मैदान में उतर गया है.यह भी माना गया कि बैठक में सिंधिया खेमे के लोगों को नई जिम्मेदारी देने और उन्हें शामिल करने को लेकर चर्चा की गई, लेकिन सीएम और सिंधिया के मुलाकात के बाद कोई बड़ा एलान न होना यह साबित करता है कि प्रदेश में अंदरूनी तौर पर सियासत जोरों पर है. प्रदेश में सियासी फेरबदल को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर और पार्टी के बड़े नेताओं का रुख शिवराज के लिए चुनौती बनता जा रहा है. माना जा रहा है कि पीएम मोदी की भी इस पूरे घटनाक्रम पर नजर होगी. और इस बारे में बुधवार को सीएम और पीएम की मीटिंग में चर्चा हो सकती है.
नर्मदा प्रोजक्ट को लेकर आमने सामने हैं नरोत्तम और शिवराज
नर्मदा नदीं पर नरसिंहपुर के चिंकी वैराज और दूसरा प्रोजेक्ट खरगोन में चल रहा है. इसे लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा आमने-सामने हैं. सियासी जानकारों का मानना है कि इनके बीच लंबे समय से शीतयुद्ध चल रहा है, लेकिन पिछले मंगलवार को एक हाईपावर कमेटी की मीटिंग में यह युद्ध सतह पर आ गया और बात आमने-सामने की हो गई. इसे लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दस्तावेजों के साथ दिल्ली पहुंच गए थे. मिश्रा का आरोप है कि राजनीतिक संरक्षण में कुछ कंपनियों को एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत करीब 8 हजार 400 करोड़ के दो बड़े प्रोजेक्ट दे दिए गए हैं. इस दोनो प्रोजेक्ट की बिड ओपनिंग 23 अप्रैल 2021 हुई थी, जबकि फाइनेंशियल बिड ओपनिंग 13 मई 2021 को हुई. इसी बात को लेकर गृहमंत्री सीएम से नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. माना जा रहा है कि बुधवार को होने वाली मीटिंग में पीएम शिवराज सिंह चौहान से इन तमाम मामलों को लेकर जवाबतलब भी कर सकते हैं.