भोपाल। मध्यप्रदेश में लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू हो चुका है, इसे ध्यान में रखते हुए बीती देर शाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए लॉकडाउन 4.0 की रूपरेखा के बारे में बताया. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समय रहते ही कोरोना संकट को पहचाना, उसकी विकरालता समझी और उससे बचने की पुख्ता रणनीति बनाकर लागू की है. जिसके चलते हम कोरोना संकट को नियंत्रित कर पाने में सफल हुए हैं. मध्यप्रदेश में काफी हद तक कोरोना पर नियंत्रण पा लिया गया है, प्रदेश में लॉकडाउन 4 अलग ढंग व अलग स्वरूप में होगा. हमें जान के साथ जहान भी बचाना है.
सीएम ने कहा कि जनता के अलावा सभी वर्ग और जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट समूहों से मिले सुझावों पर निर्णय लिया गया है कि प्रदेश में लॉकडाउन 4.0 के अंतर्गत सभी जिलों को दो जोन रेड व ग्रीन में बांटा गया है. सभी संक्रमित क्षेत्रों में विशेष प्रतिबंध जारी रहेगा. कोरोना मरीजों के दोगुना होने की दर एक अप्रैल को 3 दिन थी, जोकि एक मई को बढ़कर 14 दिन हो गई. वर्तमान में ये दर 17.2 दिन है, जोकि जल्दी ही 20 दिन हो जाएगी. हमारी कोरोना स्वास्थ्य दर (रिकवरी रेट) एक मई को 19.3 प्रतिशत थी, जोकि 18 मई को बढ़कर 46 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है. लेकिन अभी पूरी सावधानी और सतर्कता बरतने की जरुरत है.
कंटेन्मेंट एरिया में उद्योग नहीं होंगे संचालित
लॉकडाउन-4 के दौरान सभी कंटेनमेंट क्षेत्र में विशेष प्रतिबंध जारी रहेंगे, बहुत जरुरी गतिविधियों के संचालन की अनुमति होगी. इस जोन के अंदर और बाहर लोगों का आना-जाना प्रतिबंधित रहेगा. केवल मेडिकल इमरजेंसी और जरुरी सामान-सेवाओं की आपूर्ति की जाएगी. कंटेन्मेंट एरिया में उद्योग संचालित नहीं होंगे, इनके बाहर सभी जगहों पर उद्योग संचालित किये जा सकेंगे. सभी जोन में स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, प्रशिक्षण संस्थान, होटल, रेस्टोरेंट, हॉस्पिटैलिटी सेवाएं, सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, जिम, स्वीमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थियेटर, बार, ऑडिटोरियम प्रतिबंधित रहेंगे. इन जोन में सामुदायिक कार्यक्रम सभी प्रकार के सामाजिक, राजनीतिक, खेलकूद, मनोरंजन, अकादमिक, सांस्कृतिक, धार्मिक आयोजन नहीं हो सकेंगे. सभी धार्मिक स्थल, पूजा स्थल और धार्मिक सभाएं प्रतिबंधित रहेंगी. सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक लोगों का आवागमन केवल जरुरी गतिविधियों को छोड़कर प्रतिबंधित रहेगा. सार्वजनिक परिवहन की बसें अभी एक सप्ताह तक प्रतिबंधित रहेंगी.