भोपाल।मध्य प्रदेश में 15 से 18 साल तक के अधिकांश बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. उनकी दूसरी डोज लगने की डेट 31 जनवरी के बाद है. लेकिन ना ही बच्चों के माता-पिता को इस बारे में कोई जानकारी है और ना ही स्कूल, या शिक्षा विभाग को. वही वैक्सीनेशन के प्रभारी कहते हैं कि उनके पास टीके का इंतजाम है. लेकिन बच्चों को इकट्ठा करना और उन्हें स्कूलों तक लाने की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की है.
31 जनवरी से बच्चों को वैक्सीन की दूसरी डोज
3 जनवरी से पूरे देश में 15 से 18 साल तक के बच्चों को कोविड का टीका लगना शुरू हुआ था. मध्य प्रदेश में भी इस आयु वर्ग के बच्चों को वैक्सीन लगाई गई है. जिसके दूसरे टीके की तारीख 31 जनवरी से शुरू होनी है. लेकिन इसकी जानकारी ना पेरेंट्स को दी गई है, ना ही शिक्षा विभाग के पास है. वहीं स्वास्थ्य विभाग वैक्सीन की पर्याप्त डोज होने बात तो कर रहा है लेकिन यह कैसे लगेगी इसकी ना तो जानकारी विभाग के पास है, ना प्लानिंग.
कैसे लगेगी बच्चों को वैक्सीन की दूसरी डोजः ना स्कूल, ना अभिभावक के पास जानकारी, ना ही स्वास्थ्य विभाग की तैयारी - भोपाल लेटेस्ट न्यूज
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए वैक्सीनेशन जरूरी है. देश में 3 जनवरी से 15-18 साल के बच्चों का टीकाकरण (MP children vaccinations) शुरू हुआ, इसकी दूसरी डोज 31 जनवरी से दी जानी है. लेकिन स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग में इसकी प्लानिंग नहीं दिखती. वैक्सीनेशन को लेकर ना ही स्कूल के पास कोई जानकारी है, और ना ही पेरेंट्स को किसी तरह की सूचना दी गई है. ऐसे में 31 जनवरी से शुरू होनेवाला टीकाकरण सवालों के घेरे में है. (MP Health department)
एमपी में 85% बच्चों को लगी पहली डोज
मध्यप्रदेश में 15 से 18 साल तक के बच्चों की संख्या 49 लाख से अधिक है. 3 जनवरी से मध्यप्रदेश में भी बच्चों को टीका लगाया गया था और अभी तक 85% से अधिक बच्चों को पहली डोज लग चुकी है और दूसरे डोज़ की तैयारी 31 जनवरी से है. इस बारे में मध्य प्रदेश टीकाकरण प्रभारी और एनएचएम के डायरेक्टर संतोष शुक्ला से पूछने पर उनका कहना था कि मध्य प्रदेश में कुल वैक्सीन की संख्या 15 लाख से अधिक स्टॉक में अवेलेबल है. अब यह शिक्षा विभाग को निश्चित करना है कि बच्चे स्कूल में और सेंटरों पर कब पहुंचे.
'स्कूल खुलने के बाद निर्णय संभव'
इधर लोक शिक्षण संचालनालय में डायरेक्टर केके द्विवेदी के अनुसार, स्कूलों में अभी 31 जनवरी तक अवकाश घोषित है. ऐसे में बच्चों को फोन कर बुलाना पॉसिबल नहीं होगा. अगर 1 फरवरी से स्कूल खुलते हैं, तभी कोई निर्णय लिया जाएगा. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई निर्देश अभी तक प्राप्त नहीं हुए हैं. बता दें कि सीएम शिवराज ने भी कोरोना संक्रमण की समीक्षा के बाद ही स्कूल खोलने पर किसी तरह का निर्णय लेने की बात कही है.
पशोपेश में पेरेंट्स
इधर बच्चों के अभिभावक भी पशोपेश में हैं. माही शुक्ला की माता रश्मि शुक्ला कहती हैं कि उनकी बेटी को पहला टीका लग चुका है, 3 तारीख को पहला टीका लगा था, उस हिसाब से 31 जनवरी को 28 दिन पूरे होते हैं. ऐसे में इनके पास अभी तक ना स्कूल से फोन आया है और ना ही कहीं अन्य जगह से. एक ओर बच्चों को दूसरा टीका लगने की तारीख नजदीक है. लेकिन इसकी जानकारी ना माता-पिता के पास है, ना स्कूलों के पास. वही स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग एक दूसरे पर बात डाल कर अपना पल्ला झाड़ रहा हैं. अब बच्चों को 31 तारीख को दूसरा टीका लगेगा या नहीं यह कहना मुश्किल है. (Second dose from 31st January) (MP children vaccinations)