भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार शनिवार से वरिष्ठ नागरिकों के लिए इस साल के विशेष तीर्थयात्रा कार्यक्रम की शुरुआत करेगी. इस कार्यक्रम के तहत अगले दो महीनों में लगभग 20,000 श्रद्धालुओं को विभिन्न धार्मिक स्थलों पर यात्रा के लिए ले जाएगी. यह जानकारी एक सरकारी अधिकारी ने शुक्रवार को दी है.
29 मार्च तक चलेगी धार्मिक यात्रा योजनाः राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) डॉ. राजेश राजोरा ने कहा कि 21 जनवरी से 29 मार्च तक मध्य प्रदेश के विभिन्न शहरों से बुजुर्गों को देश के विभिन्न पवित्र स्थानों की यात्रा पर ले जाने के लिए 20 ट्रेनें रवाना होंगी. मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की शुरुआत पहली बार 2012 में बिल्कुल फ्री शुरू की गई थी. बीच में COVID-19 महामारी के दौरान इसे अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था. मप्र के बाद कई अन्य राज्यों ने भी इसी तरह की योजनाएं शुरू की हैं, जहां साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं. राजोरा ने कहा कि बुजुर्ग तीर्थ यात्रा योजना के तहत रामेश्वरम, द्वारका, कामाख्या, शिरडी, जगन्नाथ पुरी, अयोध्या और काशी (वाराणसी) जा सकेंगे.
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60 फीसद अधिक दिव्यांगों के लिए आयुसीमा नहींः अधिकारी अनुसार राज्य के 60 वर्ष से अधिक आयु के गैर-करदाता, महिलाओं के लिए 2 वर्ष की छूट के साथ तीर्थ यात्रा कार्यक्रम के लिए पात्र हैं. सरकार, इस योजना के तहत रेल यात्रा, नाश्ता, भोजन, पीने का पानी, रहने और बस द्वारा यात्रा की व्यवस्था, जहां भी आवश्यक हो, करती है. उन्होंने बताया कि 21 जनवरी से 29 मार्च के बीच कुल 20,000 बुजुर्ग श्रद्धालु तीर्थ यात्रा पर जाएंगे. इसके अलावा वर्ष के दौरान इस तरह की और यात्राएं चालू की जाएंगी. इतना ही नहीं 60 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग व्यक्तियों के लिए कोई आयु सीमा नहीं रखी गई है.
अकेले बुजुर्ग व दिव्यांग अपने साथ फ्री में ले जा सकते हैं केयरटेकरः अधिकारी ने यह भी बताया कि अगर कोई जोड़ा तीर्थ यात्रा पर जाना चाहता है और उनमें से एक की उम्र तय मानदंड से कम है, तो ऐसे जोड़े भी इस यात्रा का हिस्सा बन सकते हैं. इसके अलावा 65 वर्ष से अधिक आयु के अकेले व्यक्तियों और 60 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगों को अपने साथ एक केयरटेकर भी मुफ्त में ले जाने की अनुमति प्रदान की गई है. (PTI)