भोपाल।मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल गठन के बाद हुई पहली कैबिनेट बैठक में मंत्रियों को आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर काम में जुटने के निर्देश दिए गए हैं. मंत्रालय में हुई पहली अनौपचारिक बैठक में कोई भी एजेंडा नहीं रखा गया है. बैठक में मंत्रियों को विकसित भारत संकल्प यात्राओं में शामिल होने और उन्हें सफल बनाने के लिए काम करने के निर्देश दिए गए हैं. उधर मंत्रिमंडल गठन के बाद अब विभाग बंटवारे को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है. माना जा रहा है कि जल्द ही मंत्रियों के बीच विभाग बांट दिए जाएंगे.
कैबिनेट में आधे घंटे बाद बुलाया अधिकारियों को: राज्य मंत्रालय में हुई मोहन सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उनका मंत्रिमंडल ही मौजूद था. बैठक बिना एजेंडे की थी, इसलिए शुरूआत के आधे घंटे बाद मुख्य सचिव वीरा राणा और मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव बैठक में पहुंचे. मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि पहली बैठक अनौपचारिक की गई थी. इसमें सभी मंत्रियों का एक दूसरे से परिचय कराया गया. बैठक हंसी-मजाक से शुरू हुई. सीनियर मंत्रियों ने माहौल को हलका बनाया, ताकि पहली बार के विधायक और मंत्रियों के लिए माहौल को सहज बनाया जा सके.
बैठक के बाद किसने क्या कहा:मंत्री कृष्णा गौर ने बैठक के बाद कहा कि 'पहली बैठक में सभी मंत्रियों के साथ अनौपचारिक बैठक की गई. बैठक विशुद्ध रूप से परिचयात्मक बैठक थी. सभी ने एक दूसरे का परिचय दिया. साथ ही भविष्य की कार्ययोजना पर चर्चा हुई. सभी का लक्ष्य बीजेपी की विजय का संकल्प है और इस दिशा में सभी काम करेंगे.