किसान की बेटी ने हासिल किया दूसरा स्थान भोपाल।एमपी बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट में इस बार बेटियों ने फिर बाजी मारी है. भोपाल के एक किसान की बेटी सोनाक्षी परमार ने 12वीं में कला समूह में प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है. सोनाक्षी दो बहन और दो भाई हैं. जबकि उनके पिता सुजीत परमार शुरू से ही खेती और किसानी करते आए हैं. अपनी इस उपलब्धि पर सोनाक्षी कहती हैं कि उनके परिवार का सबसे ज्यादा सहयोग उन्हें मिला है. मां कोई भी काम करने नहीं देती और पिता हर जरूरत का ध्यान रखते हैं, भले ही घर में परेशानी आ रही हो लेकिन पिता ने कभी उन परेशानियों के कारण हमारी पढ़ाई पर रोक नहीं लगाई.
सोनाक्षी परमार प्रदेश में दूसरा स्थान:सोनाक्षी बताती हैं कि इसके लिए उन्होंने कई घंटे मेहनत करी और स्कूल में भी अतिरिक्त समय देकर पढ़ाई करती रहीं. स्कूल के टीचर्स के साथ ही वह अपने साथियों को भी शुक्रिया अदा करते हुए कहती हैं कि जिन्होंने हर समय उन्हें नोट्स और किताबें आदि उपलब्ध कराए. वही वह कहती हैं कि स्कूल में ही सभी सुविधाएं मौजूद होने के कारण उन्हें बाहर कहीं अतिरिक्त कोचिंग लेने की आवश्यकता ही नहीं पड़ी. वैसे भी परिवार में पिता इतने सक्षम नहीं है कि वह कोचिंग का खर्च उठा सके. सोनाक्षी के कला समूह में 500 में से 487 नंबर आए हैं और उन्होंने प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है.
पिता ने दी हर सुविधा:सुभाष एक्सीलेंस स्कूल की इस छात्रा के पिता सुजीत परमार पेशे से किसान हैं. वह कहते हैं कि उनके समाज में बेटियों की जल्दी शादी कर दी जाती है. छोटी उम्र में ही बेटियों की शादी हो जाती है और उन्हें ज्यादा आगे तक नहीं पढ़ाया जाता, लेकिन उन्होंने समाज की इन परम्परा को तोड़ते हुए बेटियों को पढ़ाई कराई, हर वह सुविधा प्रदान की है जो वह चाहती हैं. आगे भी बेटियों को पढ़ाते हुए वह बड़ा अधिकारी बनाना चाहते हैं. सुजीत परमार बताते हैं कि इसके लिए उन्होंने समाज के कई लोगों की बातें भी नहीं सुनी, लेकिन बेटियों को आगे बढ़ाना चाहते हैं.
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सोनाक्षी का कामयाबी पर मां हुईं भावुक: सोनाक्षी की मां घर पर ही काम करती हैं. वह अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर खुश होते हुए भावुक भी हो जाती हैं और उनकी आंखों से आंसू भी छलक जाते हैं. उन आंसुओं को रोकते हुए वह कहती हैं कि यह तो खुशी के आंसू है. जो बेटी की इस उपलब्धि पर निकल कर सामने आ रहे हैं. सोनाक्षी की मां के अनुसार वह चाहती हैं कि उनकी बेटी आगे चलकर एक बड़ी अधिकारी बने और परिवार का नाम पूरे देश में रोशन करें.