MP Board Exam:12वीं की केमिस्ट्री का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल, मंत्री बोले- नहीं रद्द होगी परीक्षा - मध्यप्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल
मध्यप्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं को लेकर विश्वसनीयता का संकट है. इन परीक्षाओं के पेपर सोशल मीडिया पर लीक होने की चर्चा गर्म है. कभी वाट्सएप पर तो कभी टेलीग्राम पर पेपर लीक हो रहे हैं. शनिवार सुबह 12वीं की केमेस्ट्री का पेपर टेलीग्राम पर वायरल हुआ. इसके बाद भी स्कूल शिक्षा मंत्री का कहना है कि पेपर रद्द नहीं किए जाएंगे.
12वीं की केमिस्ट्री का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल
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Published : Mar 18, 2023, 11:56 AM IST
भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं की केमिस्ट्री का पेपर शनिवार को टेलीग्राम पर वायरल हो गया. पेपर वायरल होने के सथ ही इसमें बाकायदा छात्रों से रुपए ट्रांसफर करने के लिए कहा गया. रुपए देने के बाद ही पेपर देने की बात कही गई. वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग एक बार फिर ऐसे मामलों में पुष्टि करने के बाद ही कार्रवाई की बात कह रहा है. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने ईटीवी भारत से कहा कि पेपर रद्द नहीं होगा.
एक दिन दिन पहले इंग्लिश का पेपर लीक :माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाओं में पेपर लीक के मामले रोज सामने आ रहे हैं. शुक्रवार को इंग्लिश का पेपर लीक होने का मामला सामने आया तो शनिवार को 12वीं कक्षा की केमिस्ट्री का पेपर टेलीग्राम पर वायरल हो गया. टेलीग्राम पर छात्रों से कहा गया कि वह पैसे देंगे तो उनको पेपर उपलब्ध करा दिया जाएगा. इतना ही नहीं, शनिवार सुबह कई छात्रों को टेलीग्राम पर बाकायदा यह भी बताया गया कि कुछ देर बाद दूसरा पेपर भी आपको उपलब्ध करा दिया जाएगा.
अपने लेवल पर जांच कर रहा विभाग :टेलीग्राम पर ऐसे मैसेज चलने के कारण सेंटर पर स्टूडेंट्स थोड़ी देर से या रुककर पहुंचे. टेलीग्राम पर बाकायदा पेपर को अपलोड किया गया है और उसमें सुरक्षा को भी ध्यान रखते हुए इस तरह से सॉफ्टवेयर अपलोड है कि उसे आप न ही कॉपी कर सकते हैं और ना ही स्क्रीनशॉट ले सकते हैं. फिलहाल पेपर वायरल होने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. इस मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि पेपर तभी वायरल होते हैं जब सुबह 8 से 9 बजे के बीच थानों से सेंटर तक पेपर पहुंचते हैं. जो भी जिम्मेदार होगा, उनकी अब सीधी गिरफ्तारी होगी. मंत्री परमार का इस मामले में फिर से साफ तौर पर कहना है कि फिलहाल पेपर रद्द करने का विचार नहीं है. वहीं माध्यमिक शिक्षा मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मुकेश मालवीय का कहना है कि इस तरह से सोशल मीडिया ग्रुप पर पेपर आ रहे हैं. लेकिन इनमें कितनी सत्यता है, इसकी पुष्टि करने के बाद ही जांच करने के बाद कार्रवाई की जाएगी.