भोपाल। गुरुवार (17 फरवरी) से मध्य प्रदेश में बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो रही है, जो महीने भर तक चलेगी. ऐसे में बच्चों को इन परीक्षाओं के तनाव से कैसे बचाया जाए. इसे लेकर ईटीवी भारत ने सीनियर काउंसलर सोनम चटवानी से बात की. आइए आपको भी बताते हैं कौन-कौन से टिप्स अपनाकर आप एग्जाम के तनाव से मुक्ति पा सकते हैं, और एग्जाम में अपना बेस्ट दे सकते हैं.
'जरूरी है थोड़ी टेंशन'
17 फरवरी से प्रदेश में 2 साल बाद ऑफलाइन बोर्ड परीक्षाएं होने जा रही हैं. 17 फरवरी से 12वीं और 18 फरवरी से 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं एमपी में शुरू होगी. परीक्षा का तनाव सभी छात्रों पर होता है. वह कितनी भी तैयारी कर लें, लेकिन कम मार्क्स आने का डर या असफल होने का डर उन्हें हमेशा रहता है. एग्जाम फोबिया से छात्र कैसे बचें इसे लेकर सीनियर काउंसलर का कहना है कि थोड़ी टेंशन जरूरी है, लेकिन ज्यादा नहीं. प्लानिंग के तहत पढ़ाई करें और टीचर्स के संपर्क में रहें.
'कैटेगरी में डिवाइड करें सिलेबस'
सोनम के अनुसार, एग्जाम के पहले बच्चों को एक नोट बनाना चाहिए. जिसमें जो लेसन सबसे कठिन है वह रेड जोन में, जो पढ़ चुके हैं वो यलो जोन में और जो पूरा याद है वो ग्रीन जोन में रखने चाहिए. जिसके माध्यम से बच्चे अपनी तैयारी कर सकते हैं, लेकिन जो रेड जोन है उस पर ज्यादा फोकस देने की जगह जो पढ़ा है उस पर ज्यादा फोकस किया जाए तो आप अच्छे नंबर ला सकते हैं और तनाव भी दूर रहता है.
'लें भरपूर नींद'
काउंसलर सोनम की मानें तो एग्जाम के 1 दिन पहले भरपूर नींद लेनी चाहिए. कम-से-कम 6 से 7 घंटे जरूर सोना चाहिए. क्योंकि अधिकतर देखा गया है कि बच्चे रात को ज्यादा जागकर पढ़ाई करते हैं और सुबह एग्जाम सेंटर में उन्हें नींद आती है. साथ ही सर दर्द की समस्या भी उत्पन्न होती है. देखा गया है कि परीक्षा के लिए सही तरीके से तैयार नहीं होना, यह कारण परीक्षा का तनाव उत्पन्न करता है. ऐसी स्थिति में आपको यह सोच कर खुद को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है कि आप की तैयारी के लिए 1 या 2 दिन भी पर्याप्त है. यदि आप इस समय का उपयोग अच्छे तरीके से करेंगे तो आप सफल हो पाएंगे.