भोपाल।एमपी में माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के पेपर सोशल मीडिया में लीक हुए थे. इसको लेकर राज्य शिक्षा केंद्र ने 5 केंद्राध्यक्ष और 4 सहायक केंद्राध्यक्षों को प्रारंभिक जांच के बाद निलंबित कर दिया. इस मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. इस दौरान परमार ने कहा कि, किसी एक की गलती की सजा सभी बच्चों को नहीं मिलनी चाहिए. अगर पेपर रद्द किया जाता है तो बच्चों को नुकसान होगा.
दोषियों की होगी गिरफ्तारी:स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि, यह गंभीर मामला है. इस मामले में कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जिन लोगों को प्रारंभिक जांच में दोषी पाया गया है, उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई विभाग द्वारा की जा चुकी है. अगर और भी साक्ष्य सामने आते हैं तो दोषियों की गिरफ्तारी जल्द होगी.
दोषियों पर हो रही कार्रवाई:इंदर सिंह परमार से जब पूछा गया कि, आखिर गलतियां कहां नजर आ रही हैं? इसके जवाब में उनका कहना था कि, जांच में यह सामने आया है कि, जो भी पेपर सोशल मीडिया पर लीक हुए थे. उनका समय सुबह 8:00 से 9:00 के बीच रहा है. यह समय तब होता है जब पेपर केंद्राध्यक्षों की निगरानी में थाने से केंद्र तक पहुंचता है. इसलिए जो दोषी है उस पर कार्रवाई की जा रही है.