भोपाल। मध्यप्रदेश बीजेपी ने पहली बार संगठन के रोजमर्रा के खर्चों के लिए 'आजीवन सहयोग निधि' बतौर 100 करोड़ रुपए जुटाने का टारगेट रखा है, इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री शिव प्रकाश सहित अन्य पदाधिकारियों ने समीक्षा बैठक की. कोविड-19 की तीसरी लहर के चलते इस मुहिम में खलल पड़ गया है और जिलों को फंड (MP BJP Fund) इकट्ठा करने में दिक्कतें आ रही है. प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव की मौजूदगी में चंदा वसूली को लेकर बुलाई गई बैठक में बताया गया कि कोरोना के चलते बीजेपी अपना 100 करोड़ का टारगेट (BJP in raising donations of 100 crores) पूरा नहीं कर पा रही है.
एमपी बीजेपी को मिला टारगेट से कम चंदाः 2 महीने में जुटाने थे 100 करोड़, मिले सिर्फ 20 करोड़ रुपए
मध्य प्रदेश बीजेपी पार्टी के लिए फंड (MP BJP Fund) जुटाने की कवायद में जुट गई है. 11 फरवरी तक 100 करोड़ का चंदा जमा करने का लक्ष्य है, फिलहाल 100 करोड़ में से सिर्फ 22% राशि ही जुटाई गई है. इसे लेकर पार्टी के बड़े नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है.
एक बड़े पदाधिकारी पर 2-3 जिलों की जिम्मेवारी
बैठक में सत्ता संगठन के दिग्गज नेताओं ने महा अभियान के लिए जिला मंडल से लेकर बूथ स्तर तक फंड जुटाने की योजना बनाई है. दरअसल पिछले 2 साल से आजीवन सहयोग निधि की राशि घट गई है और दिया गया टारगेट भी पूरा नहीं हो पाया है. 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद सरकार से हटते इस निधि का कलेक्शन ना के बराबर हो गया. इसलिए पार्टी ने तय किया है कि बड़े जिले जैसे भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रीवा इकाइयों को बड़ा टारगेट सौंपा जाएगा. साथ ही अब कार्यकर्ताओं से भी छोटी राशि स्वीकृति जाएगी. इस अभियान को कुशाभाऊ ठाकरे जन्म शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों से जोड़ा गया है. पार्टी मे ये प्रयोग कुशाभाऊ ठाकरे ने शुरू किया था. बताया जा रहा है कि 100 करोड़ रुपए की रकम को फिक्स डिपॉजिट कर उसके ब्याज से भाजपा मुख्यालय और जिलों के कार्यक्रमों का खर्चा चलाया जाएगा.
100 करोड़ का फंड जुटाने की मुहिम
100 करोड़ का फंड जुटाने की मुहिम 28 दिसंबर 2021 स्वर्गीय कुशाभाऊ ठाकरे की पुण्यतिथि से शुरू की गई थी और पंडित दीनदयाल की पुण्यतिथि 11 फरवरी तक चलाई जाएगी. सबसे ज्यादा राशि 25- 25 करोड़ इंदौर-भोपाल से इकट्ठा करने की तैयारी है. अभी तक सहयोग निधि के नाम पर 15 से 20 करोड़ की राशि एकत्रित हुई है, पिछले साल कोरोना में 12 करोड़ ही इकट्ठे हुए थे. पार्टी के पास 11 फरवरी तक का समय है और तीसरी लहर के चलते पदाधिकारियों ने बैठक में कहा कि चंदा इकट्ठा करने में संक्रमण आड़े आ रहा है. बावजूद इसके बड़े नेताओं ने साफ किया है कि अभी 100 करोड़ में से सिर्फ 22% राशि ही जुटाई गई है, हर हाल में बाकी बची हुई राशि 11 फरवरी तक इकट्ठी की जाए.