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प्लेन से अयोध्या जाएंगे MP के छात्र, कांग्रेस बोली-युवा वोटर को लुभाने का बीजेपी का दांव

चौथी पारी में हिंदुत्व के एजेंडे पर चल रही शिवराज सरकार ने रामचरित मानस के पाठ से पहले परीक्षा करवा ली. परीक्षा का नतीजा भी आ गया लेकिन टॉपर की सूची आनी अब भी बाकी है. ये रामचरित मानस के ज्ञान पर आधारित वही परीक्षा है, जिसमें टॉपर्स को चार्टर प्लैन से अयोध्या भेजा जाएगा और उन्हें रामलला के दर्शन के लिए भेजा जाएगा. तैयारी ये है कि मार्च तक ये छात्र चार्टर प्लेन से अयोध्या रामलला के दर्शन कर पाएंगे, लेकिन उसके पहले चुनावी साल में चार्टर टू अयोध्या की इस यात्रा पर सियासत शुरु हो गई है. इस सवाल के साथ कि कहीं ये अठारह प्लस के वोटर को लुभआने का दांव तो नहीं.

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रामचरित मानस की परीक्षा

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Published : Dec 14, 2022, 8:32 PM IST

Updated : Dec 14, 2022, 8:50 PM IST

रामचरित मानस की परीक्षा

भोपाल। रामचरित मानस की एमपी में हुई परीक्षा के नतीजे तो आ ही चुके हैं, अब तैयारी ये है कि मार्च महीने तक इन परीक्षाओं के टॉपर्स चार्टर प्लेन से अयोध्या रामलला के दर्शन को पहुंच जाएंगे (mp students visit ayodhya by charter plane). संस्कृति विभाग शिक्षा विभाग और तुलसी मानस प्रतिष्ठान ने साझा प्रयासों से पूरे प्रदेश के 52 जिलों में ये परीक्षाएं आयोजित की गई थी. कांग्रेस की निगाह में ये चार्टर प्लेन से अयोध्या विजिट चुनावी साल में छात्रों को लुभाने बीजेपी का दांव है (mp congress accuses bjp). बीजेपी की निगाह में ये प्रयास कि राम की मर्यादा का पाठ नई पीढ़ी तक पहुंचाया जा सके.

एमपी के हर जिले से सिलेक्ट होंगे टॉपर: नवमी से बारहवीं तक के छात्रों के लिए आयोजित की गई रामचरित मानस की ऑनलाइन परीक्षा के नतीजे तो हाथ के हाथ ही आ गये. अब इनके टॉपर्स की छंटनी की जा रही है. हर जिले से इसमें तीन छात्रों का चयन किया जाएगा. इसी तरह से हर जिले से तीन पालक अथवा शिक्षक चयनित किए जाएंगे. तुलसी मानस प्रतिष्ठान के कार्याध्यक्ष रघुनंदन शर्मा के मुताबिक करीब साढे़ तीन सौ से ज्यादा छात्रों और पालक शिक्षकों का चयन होगा. जिन्हें चार्टर प्लेन से अयोध्या राम लला के दर्शन के लिए ले जाया जाएगा. एक बार मैरिट सूची तैयार हो जाने के यूपी सरकार से भी बातचीत की जाएगी कि एमपी से आ रहे इन छात्रों को वीआईपी दर्शन करवाए जा सकें.

परीक्षा का लक्ष्य की मानस की मर्यादा समाज में पहुंचे: तुलसी मानस प्रतिष्ठान के कार्याध्यक्ष रघुनंदन शर्मा के मुताबिक इस प्रतियोगिता का मकसद ये है कि किस तरह से नई पीढ़ी के बीच मानस की मर्यादा पहुंचे. कैसे समाज में अलग अलग भूमिकाओं में लोग मर्यादित रहें. उन्होंने कहा कि इसे राजनीति का विषय बनाया जा रहा है. कहा जा रहा है कि हिंदुत्व का एजेंडा है तो रामचरितमानस की प्रतियोगियों को तो रामलला की जन्मभूमि के ही दर्शन कराए जाएंगे. उन्हें मक्का मदीना थोड़े ही ले जाएंगे. इस प्रतियोगिता का एक ही लक्ष्य है नई पीढ़ी को संस्कारित करना है. रामचरित मानस की जीवन प्रणाली में ढालना.

प्रतियोगिता आगे भी जारी रहे होगा मंथन: फिलहाल ये प्रतियोगिता शिक्षा विभाग और संस्कृति विभाग के सहयोग से तुलसी मानस प्रतिष्ठान ने आयोजित की है. रघुनंदन शर्मा का कहना है कि प्रयास तो हैं लेकिन ये विचार मंथन के बाद ही तय होगा. जब इस आयोजन से जुड़े तीनों विभाग विचार करेंगे कि नई पीढ़ी तक मानस के संस्कार पहुंचाने इस प्रतियोगिता को कैसे आगे रखा जाए.

कांग्रेस का बीजेपी पर आरोप

चुनावी साल यूथ को लुभाने का दांव:कांग्रेस इस प्रतियोगिता के जरिए बीजेपी पर हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने का आरोप लगाती रही है. आरोप ये भी कि इस प्रतियोगिता के जरिए नए वोटर को चार्टर प्लेन की यात्रा करवाकर बरगलाने का बीजेपी दांव है. कांग्रेस की मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा का कहना है कि इस प्रतियोगिता में छात्र बारहवी तक के हैं जो अठारह साल की आयु में पहुंच रहे हैं. इसी से स्पष्ट होता है कि किस तरह से बीजेपी एक खास आयु वर्ग पर प्रलोभन के जरिए पकड़ बना रही है. प्रतियोगिता तक ठीक लेकिन चार्टर प्लेन से अयोध्या ले जाने के पीछे मकसद यही कि किस तरह से युवा वोटर को चुनाव के पहले लुभाया जा सके.

Last Updated : Dec 14, 2022, 8:50 PM IST

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