भोपाल।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट के सदस्यों से चर्चा के बाद फैसला लिया था कि 31 अप्रैल से तबादलों से प्रतिबंध हट जाएगा. अब इसको 5 दिन और घटाकर 25 अप्रैल से प्रदेश में तबादलों पर लगा प्रतिबंध हटा दिया जाएगा. इसके लिए मंगलवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव लाकर एक नीति तैयार होगी. बताया जाता है कि तबादलों में स्थानीय विधायकों की सिफारिश को तवज्जो दी जाएगी. जिससे विधायकों की नाराजगी दूर हो सके. बता दें कि बीते साल 2 महीने के लिए ट्रांसफर से बैन हटाया गया था. उस दौरान हजारों तबादले किए गए थे. इस बार 25 अप्रैल से लेकर 25 मई तक के बीच ही तबादले हो सकेंगे. सूत्र बताते हैं कि इस बार भी प्रभारी मंत्रियों की सिफारिश से जिलों में तबादले हो सकेंगे. बता दें कि मंत्री और विधायक लगातार मुख्यमंत्री से मांग कर रहे थे कि अब तबादलों से प्रतिबंध हटा लिया जाए.
कांग्रेस का आरोप- चंदा वसूली करेगी बीजेपी :शिवराज सरकार द्वारा थोकबंद तबादला करने की प्लानिंग को लेकर कांग्रेस का कहना है कि चंदावसूली व्यापक स्तर पर करने के लिए ऐसा किया जा रहा है. बता दें कि कमलनाथ सरकार के 15 महीने के कार्यकाल में भी थोक में तबादले हुए थे, जिसे लेकर बीजेपी के निशाने पर कमलनाथ और कांग्रेस सरकार रही है. बीजेपी हमेशा यही कहती रही है कि कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में वल्लभ भवन दलाली का अड्डा बन गया था. आप जब फिर से तबादले शुरू हो रहे हैं तो कांग्रेस भी बीजेपी सरकार पर आरोप लगा रही है. कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि मंत्री और विधायक अब तबादलों के जरिए बड़ा भ्रष्टाचार करने वाले हैं. सरकार की तरफ से नेताओं को खुली छूट देने की तैयारी है.