भोपाल।विधानसभा की कार्रवाई वैसे तो पांच दिन चलती है, लेकिन 2 दिन में ही सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करना पड़ा. विपक्ष आदिवासी अत्याचार पर पहले दिन से आक्रामक दिखाई दिया. तो वहीं, सरकार ने सदन में जमकर बचाव की रणनीति अपनाई. लेकिन हंगामा लगातार होता गया और सत्ता व विपक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे.
कांग्रेस बेवजह बना रही आदिवासियों का मुद्दा: सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने कहा कि ''सर्वदलीय बैठक में यह फैसला हुआ था कि जो भी मुद्दे रहेंगे उनमें विपक्ष मुद्दे उठाएगा और सरकार उनका जवाब देगी, लेकिन विपक्ष की मंशा ही नहीं थी कि सदन चले. इसलिए आदिवासियों को मुद्दा बनाकर कांग्रेसी दूसरे दिन भी हंगामा करते रहे.'' अरविंद भदौरिया कहना है कि ''हमने आदिवासियों के लिए इतना किया जितना कांग्रेस करने का सोच भी नहीं सकती. जहां तक आदिवासी अत्याचार का मामला है तो प्रदेश में इस तरह की कोई घटना होती है तो तुरंत एक्शन लिया जाता है, लेकिन कांग्रेस बेवजह आदिवासियों का मुद्दा बनाकर हंगामा मचाती रही और सदन का कीमती वक्त भी बर्बाद किया.''