भोपाल।चुनाव प्रचार थमने के 25 घंटे पहले आया केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के बेटे देवेन्द्र सिंह तोमर की वीडियो सीरिज का तीसरा वीडियो क्या तोमर के राजनीतिक कैरियर पर ग्रहण लगाकर जाएगा...वीडियो ऐसे समय में आया है, जब तोमर के पास आखिरी घंटे बचे थे डैमेज कंट्रोल के. राजनीतिक जानकार कह रहे हैं कि बीजेपी के भीतर मचे सत्ता के घमासान का हिस्सा है. रुक-रुक कर जारी किए जा रहे वीडियो पूरी रणनीति के साथ है कि तोमर के राजनीतिक जीवन को कब कैसे और कितनी चोट पहुंचानी है. एमपी की राजनीति में बहुत तेजी से उभरे और अब तक बेदाग दिखाई देते रहे नरेंद्र सिंह तोमर की राजनीति का ये पहला चुनाव होगा. जो वोटिंग से पहले उनकी राजनीति का भविष्य तय कर गया है. फिलहाल अब तोमर ने इस वीडियो पर अपना रिएक्शन तो दिया है, लेकिन जब उनसे मीडिया ने बेटे को लेकर सवाल किए तो वे भाग खड़े हुए.
तोमर पर तीर से कितने निशाने:तोमर के तीर के कितने निशाने हैं. कांग्रेस इस चुनाव में बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार को मुद्दा बना रही है. ऐसे समय में तोमर के बेटे का वायरल वीडियो पुष्टि है कि भांग कितने गहरे कुंए में गिरी है. एमपी के दिमनी से उठा ये मामला पांच राज्यों के चुनाव पर इन मायनों में असर डाल सकता है कि वो मोदी कैबिनेट के विश्वसनीय मंत्रियों में शुमार हैं. राजनीतिक विश्लेषक पवन देवलिया कहते हैं राजनीति में ऐसे खुलासे कई बार बड़ा डेंट देकर जाते हैं. नरेन्द्र सिंह तोमर के मामले में एक के बाद एक तीन वीडियो ऐसे समय में जारी हुए हैं कि अब तोमर के पास इस बड़े डैमेज को कंट्रोल करने का भी कोई मौका नहीं बचा है.
पहले ही उन्हें विधानसभा चनाव में एक मुश्किल सीट से उतारकर ही उनकी राजनीति पर संकट आ गया था. लेकिन अब इस मामले ने तो उनके लंबे बेदाग रहे राजनीति पर भी ऐसा दाग लगा दिया है जिसकी सफाई आसान नहीं है.