भोपाल।एमपी में विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियों को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी की तर्ज पर बूथ पर फोकस करना शुरू कर दिया है, तो बीजेपी ने उससे और दूर की कौड़ी फेंक दी है. सत्ताधारी पार्टी ने 6500 बूथों पर एक नई प्लानिंग के तहत काम शुरू कर दिया है, वो गरीब कल्याण योजना के प्रभारी नियुक्त करने जा रही है जो केंद्र और राज्य सरकार की हितग्राही मूलक योजनाओं की मॉनिटरिंग करेंगे. (MP Assembly Election 2023) प्रभारी ये देखेंगे कि शक्ति केंद्र में शामिल बूथों के कितने मतदाताओं को गरीब कल्याण योजना का लाभ मिल रहा है और उस हितग्राही का रुझान किस दल की तरफ है, इसकी रिपोर्ट तैयार कर मंडल और जिला अध्यक्षों के जरिये प्रदेश संगठन को भेजेगा.
गरीबों पर बीजेपी का फोकस: चुनाव के पहले महीने में बूथ और शक्ति केंद्र स्तर पर केंद्र और राज्य सरकार की गरीब कल्याण की योजनाओ के हितग्राहियों के सम्मेलन भी होगा और ये सम्मेलन छोटे छोटे स्तर, मंडल स्तर पर कार्यक्रम आयोजित होंगे. जिसमें प्रमुख रूप से प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला योजना, आयुष्मान भारत योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना और स्व सहायता समूह के सम्मेलन शामिल होंगे.
शक्ति केंद्रों में होंगे अलग-अलग पद: शक्ति केंद्रों में संयोजक, सह संयोजक, प्रभारी, आईटी प्रभारी, गरीब कल्याण योजना प्रभारी की नियुक्ति की जाएगी और उन्हें किए जाने वालों कामों से भी अवगत कराया जाएगा. इसी के चलते जिलों में प्रवास के लिए निकले पार्टी के शीर्ष संगठन नेताओं ने बैठकों के दौरान शक्ति केंद्रों के गठन पर भी फोकस किया है. बूथ विस्तारक योजना के तहत डिजिटल हुए बूथों पर निगरानी रखने के साथ उन्हे अपडेट को जिम्मेदारी भी प्रभारियों को दी जाएगी, जिन कार्यकर्ताओं को पदीय दायित्व सौंपे गए हैं, उनके मंडलों में प्रवास कार्यक्रम बनाए जाने को भी कहा गया है. प्रदेश संगठन नेताओं को जिलों तक दौरे करने को कहा गया है और प्रत्येक मंडल में इस तरह के कार्यक्रम हो इसके लिए प्लानिंग शुरू कर दी गई है.