भोपाल।कांग्रेस में भावी सीएम के पोस्टर को लेकर छिड़े अंदरूनी विवाद को खत्म करने के लिए कमलनाथ ने खुद को सीएम की रेस से बाहर बताया है. कमलनाथ ने कहा है कि 43 साल के राजनीतिक सफर में वे कई बार केन्द्रीय मंत्री रहे हैं और एक बार प्रदेश के सीएम भी बन चुके हैं. इसलिए अब किसी पद की चाहत नहीं है. उन्होंने कहा कि वे सिर्फ कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने और सत्ता में देखना चाहते हैं. उधर कमलनाथ के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस में अब लड़ाई आरपार की पहुंच गई है. समझा जा सकता है कि पार्टी में अंतर्कलह का स्तर कहां तक पहुंच गया है.
कमलनाथ को भावी सीएम बताने पर अजय सिंह को ऐतराज, गुटबाजी से बाहर नहीं निकल पा रही कांग्रेस
सज्जन बोले यादव को अभी नहीं करेंगे बाहर:दरअसल कांग्रेस में कमलनाथ को भावी सीएम बताए जाने के बाद पार्टी में अंदरूनी घमासान मचा हुआ है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कमलनाथ को भावी सीएम बताए जाने को लेकर बयान दिया था कि पार्टी में इस तरह की कोई परंपरा नहीं है. इसके पहले भावी सीएम को लेकर पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरूण यादव द्वारा भी आपत्ति जताई गई. इसके बाद पार्टी दो गुटों में बंट गई है. कमलनाथ के पथ में सज्जन सिंह वर्मा सहित कई युवा कांग्रेस विधायक खुलकर खड़े हो गए हैं. कमलनाथ के आवास पर हुए कार्यक्रम में कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने यहां तक कह दिया कि अरूण यादव खुद ऐसी परिस्थितियां बना रहे हैं कि वे पार्टी से बाहर हो जाएं. चुनाव के पहले किसी को पार्टी से बाहर नहीं किया जाएगा. इसको लेकर बाद में फैसला किया जाएगा. उन्होंने जीतू पटवारी को बच्चा बताया. जीतू पटवारी द्वारा खुद को कार्यकारी अध्यक्ष बताए जाने पर उन्होंने कहा कि नई कार्यकारिणी के बाद पुराने पदाधिकारी कोई बचे नहीं, इसलिए अब कोई कार्यकारी अध्यक्ष नहीं है. उधर कमलनाथ ने विवाद को खत्म करने के लिए कहा कि वे सीएम की रेस से बाहर हैं.
कांग्रेस का कमलनाथ को भावी सीएम बताने का पोस्टर चुनावी साल में कांग्रेस में उठ रहे विरोध के स्वर, कमलनाथ को भावी सीएम बताने पर अजय सिंह की आपत्ति
सर्वे नहीं रायशुमारी से बटेंगे टिकट: कमलनाथ ने आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट के बंटवारे को लेकर कहा है कि टिकट स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं से रायशुमारी के बाद ही सर्वसम्मति से दिए जाएंगे. कमलनाथ ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान करीबन 30 सीटों की स्थिति उनके सामने साफ है. इस बार ऊपर से उम्मीदवार को थोपा नहीं जाएगा. पार्टी का झंडा उठाने और दरी बिछाने वाले कार्यकर्ता तक को उम्मीदवार बनाने रायशुमारी में शामिल किया जाएगा. कमलनाथ ने कहा कि पिछले चुनाव में बगावत करने वालों को मैदान में नहीं उतारा जाएगा.