Jan Ashirwad Yatra: 3 सितंबर से BJP की जन आशीर्वाद यात्रा, 210 क्षेत्रों से होकर गुजरेगी, CM शिवराज नहीं होंगे मुख्य चेहरा
मध्य प्रदेश में 3 सितंबर से भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा शुरु होने जा रही है. इस बार 19 दिन की जनआशीर्वाद यात्रा होगी. सीएम शिवराज सिंह चौहान इस बार यात्रा का मुख्य चेहरा नहीं होंगे.
भोपाल। मध्य प्रदेश में बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा तो निकलेगी लेकिन जिस तरह से अटकलें चल रही थी कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसका मुख्य चेहरा नहीं होंगे. इस पर पार्टी हाइकमान का कहना है कि अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है. जहां तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सवाल है तो वह इन यात्राओं में आधे दिन रहेंगे.
यात्रा की खासियत
2008 से लेकर 2018 तक मुख्यमंत्री ही यात्रा का मुख्य चेहरा:2023 का चुनाव बीजेपी के लिए कुछ अलग दिखाई दे रहा है. 2008 से लेकर 2018 तक जन आशीर्वाद यात्रा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम पर निकल जाती थी. लेकिन अब ऐसा नहीं है इस यात्रा को अलग-अलग जोन में बांट दिया गया है.
BJP ने एमपी में परिवर्तन किया:केंद्रीय मंत्री नरेद्र सिंह तोमर ने कहा कि ''चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस बार जनआशीर्वाद यात्रा को विकेन्द्रीय करण करने की कोशिश की है. इस बार 19 दिन की जनआशीर्वाद यात्रा होगी. BJP बूथ से लेकर हर स्तर तक काम कर रही है. बूथ विजय से लेकर कार्यकर्ता सम्मलेन तक के कार्यक्रम सफल रहे. 2003 से पहले एमपी दुराचार की स्थिति में था. BJP ने एमपी में परिवर्तन किया है, कृषि के क्षेत्र में एक समय था जब पंजाब और हरियाणा का नाम आता था लेकिन अब एमपी को कृषि के क्षेत्र में अग्रणी लाकर खड़ा कर दिया है. एमपी सरकार ने कई जनहितैषी योजनाओ पर काम किया है, जिसके परिणाम सामने हैं.''
किसको क्या जिम्मेदारी दी गई
यात्रा से ज्योतिरादित्य सिंधिया गायब:कमलनाथ सरकार को गिराने में ज्योतिरादित्य सिंधिया का अहम रोल रहा. लेकिन जब जन आशीर्वाद यात्रा का खाखा तैयार हुआ तो ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम कहीं भी शामिल नहीं है. इसे लेकर जब चुनाव प्रबंधन के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर ईटीवी भारत के संवाददाता ने सवाल किया गया तो उन्होंने कह दिया कि ''जो जिम्मेदारी मेरी है, वही जिम्मेदारी ज्योतिरादित्य सिंधिया की भी है.''
25 सितंबर को पीएम मोदी भोपाल पहुंचेंगे: मध्य प्रदेश में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा 210 विधानसभा क्षेत्रों में जाएगी. 10,643 किमी की यात्रा तय करेगी. 25 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल आएंगे और कार्यकर्ताओं के महाकुंभ को संबोधित करेंगे. इन यात्राओं का 998 जगहों पर भव्य स्वागत होगा, 678 स्थानों पर रथ सभाएं होंगी. इसके साथ 211 बड़ी सभाओं का भी आयोजन किया जाएगा. चित्रकूट के बाद दूसरी और तीसरी यात्रा चार सितंबर को खंडवा और नीमच से शुरू होगी, दोनों यात्राओं का शुभारंभ केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे.
महाकुंभ में 10 लाख कार्यकर्ताओं के शामिल होने की उम्मीद: चौथी यात्रा पांच सितंबर को मंडला से शुरू होगी, जिसके शुभारंभ के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आ सकते हैं. पार्टी ने इस यात्रा के शुभारंभ के लिए उन्हें आग्रह किया है. यह यात्रा जबलपुर होते हुए भोपाल पहुंचेगी. पांचवीं यात्रा छह सितंबर को श्योपुर से शुरू होगी. इसका शुभारंभ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे. यह यात्रा रायसेन मार्ग से होते हुए भोपाल पहुंचेगी. सभी यात्राओं को 21 सितंबर तक भोपाल पहुंचना है. 25 सितंबर को भोपाल में कार्यकर्ता महाकुंभ होगा. इसमें 10 लाख कार्यकर्ताओं के शामिल होने की उम्मीद है. इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद संबोधित करेंगे.