भोपाल।वादों, आरोप-प्रत्यारोप, नेताओं के तूफानी दौरों और चुनावी शोर मध्यप्रदेश में शाम 6 बजते ही थम गया है. अब कोई भी उम्मीदवार या राजनीतिक दल प्रचार के लिए जुलूस या सभा नहीं कर पाएंगे. अगले 48 घंटे प्रत्याशी डोर टू डोर प्रचार ही कर सकेंगे. एक दिन बाद यानी 17 नवंबर को मध्यप्रदेश के 5 करोड़ 61 लाख 36 हजार 229 मतदाता चुनाव मैदान में उतारे 2533 उम्मीदवारों के सियासी किस्मत पर अपनी वोट की मुहर लगाएंगे. चुनाव के लिए 2 नवंबर को नामांकन वापसी के बाद सभी दलों के बड़े नेताओं ने ताबड़तोड़ रैलियां की है. नेताओं ने प्रदेश के हर अंचल के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की है. अब परिणाम 3 दिसंबर को आएगा.
आखिरी दिन नेताओं ने किया धुंआधार प्रचार:चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी. कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कमलनाथ सहित कई नेताओं ने ताबड़तोड़ रैलियां की. हालांकि मतदाताओं की उम्मीदों पर नेताओं और पार्टियों के वादे कितने खरे उतरे यह 17 नवंबर को मतदाता वोट के जरिए बताएंगे. चुनाव प्रचार थमने के साथ ही प्रदेश भर में शुक्रवार को मतदान समाप्ती तक शराब बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. दो दिन प्रदेश भर में ड्राय डे रहेगा.