भोपाल।मध्यप्रदेश बीजेपी की अंतर्कलह और अलग-अलग टीम को जिम्मेदारी पर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने चुटकी ली है. दिग्विजय सिंह ने बीजेपी में पनप रही गुटबाजी को लेकर भी निशाना साधा है. दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि एमपी में भाजपा के कितने अंग और रंग हैं आप भी पहचानिए. वहीं दिग्विजय सिंह के तंज पर बीजेपी भड़क गई. बीजेपी के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने पलटवार करते हुए कहा कि यह दिग्विजय सिंह और कांग्रेस की सोच है.
दिग्विजय के ट्वीट से मची खलबली:दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा है. कि "मध्य प्रदेश में भाजपा के कितने अंग और रंग हैं आप भी पहचानिए. पहला- नाराज भाजपा, दूसरा-महाराज भाजपा और तीसरा-शिवराज भाजपा, चौथा-शाह भाजपा (यह नया ग्रुप है) दिल्ली से उपरोक्त तीन भाजपा को संतुलित, समायोजित और नियंत्रित करने के लिए बनाए गए शाह भाजपा में दो नए मेंबर हैं- भूपेन्द्र यादव और अश्विनी वैष्णव. क्या मोदी जी को स्थानीय नेतृत्व पर भरोसा नहीं ?" दिग्विजय सिंह ने क्यों उठाए सवाल: अपने आप को अनुशासन वाली पार्टी कहने वाली बीजेपी में अंतर्कलह जोरो पर हैं. इस अंतकर्लह को संभालने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कमान अपने हाथ ली है. इसी कमान को देखते हुए दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर चुटकी लेते हुए तंज कसा है. बीजेपी में नाराज लोगों को मनाने का जिम्मा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दिया गया हैं. बीजेपी को नाराजगी का खामियाजा 2018 में भोगना पड़ा था. नेताओं की नाराजी दूर करने के लिए बीजेपी ने जिलेवार प्लानिंग की है. जिसका जिम्मा कैलाश विजयवर्गीय, प्रभात झा, नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव के साथ स्थानीय मंत्रियों को दी गई है.
क्यों दिया महाराज बीजेपी का नाम: 2018 के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस और खासतौर से कमलनाथ व दिग्विजय से नाराज चल रहे थे. नाराजगी का नतीजा ये रहा कि सिंधिया के साथ उनके खेमे के 22 लोग बीजेपी में आ गए. बीजेपी ने सरकार तो बना ली, लेकिन अब सिंधिया समर्थकों के खिलाफ बीजेपी के लोग ही मोर्चा खोलकर बैठ गए हैं. इसलिए राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने इसे महाराज बीजेपी का नाम दिया.