पार्टी कार्यकर्ताओं को इतिहास पढ़ाएगी कांग्रेस भोपाल। आगामी विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को पार्टी का इतिहास पढ़ाने जा रही है. कांग्रेस पार्टी के इतिहास और नेताओं की जानकारी देने कांग्रेस किताब बांट रही है. इसके लिए कांग्रेस ने पीसीसी चीफ कमलनाथ के निर्देश पर एक किताब कांग्रेस और राष्ट्र निर्माण की गाथा तैयार कराई है. इस किताब के जरिए कांग्रेस युवाओं और खासतौर से पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने नेताओं के कार्यों और स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भूमिका के बारे में बताएगी. उधर कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी इस किताब को बीजेपी को सौंपेगी ताकि समाज में नफरत के स्थान पर बीजेपी खुशियों के फूल उगा सके.
बीजेपी नेताओं को किताब देगी कांग्रेस: कमलनाथ के निर्देश पर उनके मीडिया सलाहकार और पत्रकार पीयूष बबेले ने इस किताब को लिखा है. कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने इस किताब को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यह किताब उस पीढ़ी के लिए ऐतिहासिक दस्तावेज साबित होगी, जो गोडसे वादियों द्वारा कांग्रेस नेताओं को अपमानित करने के लिए श्रंख्ला जारी किए हुए हैं. हम इस किताब को बीजेपी के कार्यालय में भी देकर जाएंगे, ताकि लोगों के बीच में जो नफरत बांटते हैं, वे खुशियां बांटने की भी कोशिश करें. केके मिश्रा के मुताबिक इस किताब को कार्यकर्ताओं और युवाओं के बीच भी बांटा जाएगा, ताकि कांग्रेस नेताओं के ऐतिहासिक कामों को वे समझ सकें.
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बीजेपी बोले इतिहास को गलत तरीके से किया पेश: उधर कांग्रेस और राष्ट्र्र निर्माण की गाथा किताब को लेकर मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. मंत्री विश्वास सारंग ने आरोप लगाया है कि गलत इतिहास पढ़ाना और नेहरू परिवार का महिमामंडल करना कांग्रेस की आदत रही है. कांग्रेस ने हर समय देश के इतिहास को तोड़मरोड़ कर पेश किया है. सिर्फ नेहरू परिवार का महिमामंडन हो यही कांग्रेस की रीति नीति रही है. राहुल गांधी राष्ट्रभक्त वीर सावरकर का अपमान करते हैं. नेहरू परिवार ने हमेशा राष्ट्र भक्तों को नीचा दिखाया है. जवाहरलाल नेहरू के समय से ही यह परंपरा चल रही है.
कांग्रेस ने किया पलटवार: उधर मंत्री विश्वास सारंग पर कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने पलटवार किया है. सज्जन ने कहा कि यह तो सिर्फ अपने प्रधानमंत्री को विवेकानंद बनाने की कोशिश करने में जुटे हैं, जबकि कोई भी स्वामी विवेकानंद के पैर की धूल भी नहीं हो सकता है. कांग्रेस ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के पहले और बाद में जो काम किए हैं, वह देश के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा है. बीजेपी के मंत्री पहले अपनी पार्टी के नेताओं को देख लें, कि वे क्या सोचते हैं और क्या करते हैं.
क्या है इस किताब में:कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले द्वारा लिखी 50 पेज की इस किताब में 1857 का स्वतंत्रता संग्राम, आदिवासी विद्रोह, कांग्रेस की स्थापना और महात्मा गांधी से लेकर इंदिरा गांधी के कामों को बताया गया है. किताब में एक चेप्टर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की नकारात्मक शक्तियां है, जिसमें कांग्रेस ने आरएसएस और मुस्लिम लीग के बारे में लिखा है और आंदोनल में इनकी नकारात्मक भूमिका को बताया गया है.