भोपाल।जीत हर कीमत पर एमपी में इसी फार्मूले पर चल रही बीजेपी क्या भोपाल की जमी जमाई सीटों पर नए चेहरे उतारने पर गौर कर सकती है. ये वो सीटें हैं जिनकी तासीर बीजेपी की है और कई सीटों पर एक ही विधायक की जीत यहां रिपीट हुई है. जानकारी ये है कि पार्टी जातीय क्षेत्रीय गणित बिठाने के साथ सियासी समीकरणों को साध रहा पार्टी संगठन इसी लाइन पर इस बार उम्मीदवार चयन में बड़े बदलाव कर सकता है. भोपाल में बीजेपी की सबसे मजबूत हुजूर सीट पर भगवानदास सबनानी की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है. दबाव ये भी है कि सिंधी उम्मीदवार उतारने में बीजेपी कांग्रेस से पीछे रही है. दूसरी तरफ मध्य विधानसभा में बीजेपी के खेमे में दावेदारों की कतार लगी हुई है.
भोपाल बीजेपी की नई प्रयोगशाला:तो ये माना जाए कि इस बार भोपाल की सात विधानसभा सीटों में से तकरीबन चार सीटों पर बीजेपी में दावेदारों के बीच ही बड़ा दंगल रहेगा. कुछ सीटें ऐसी भी जहां जातिगत संतुलन बैठाते हुए भी पार्टी फैसला ले सकती है. इस लिहाज से हुजूर विधानसभा सीट पर भगवानदास सबनानी का नाम सबसे मजबूत बताया जा रहा है. उनसे इंदौर संभाग के प्रभार की जवाबदारी लिये जाने के पीछे राजनीतिक कारण अलग हो, लेकिन सियासी गलियारों में चर्चाएं इसी दिशा में तेज हुई है. बाकी संघ प्रमुख मोहन भागवत की मौजूदगी में हुए आयोजन में सबनानी अपनी ताकत दिखा चुके हैं.