भोपाल। मुरैना में जहरीली शराब से 21 लोगों की मौत हो चुकी है. इस पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए शिवराज सरकार पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस मांग कर रही है कि अगर इस तरह की घटनाओं पर रोक लगानी है, तो मध्यप्रदेश में शराबबंदी होनी चाहिए. सरकार को तमाम नशीले पदार्थों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए.इससे बेटियां भी बचेंगीं. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि अगर सरकार की मंशा सही तो तत्काल इस पर अमल करे. लेकिन जिस तरह का रवैया इस सरकार का रहा है, उससे तो लग रहा है कि कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने सत्ताधारी दल पर शराब माफिया से मिले होने का आरोप लगाया है.
उजड़ गईं कई जिंदगियां
पीसी शर्मा ने कहा है कि जिन परिवारों के सदस्यों की मौत हुई है,उनका तो सब-कुछ लुट गया है. रतलाम,इंदौर और उज्जैन में जब ऐसी घटना सामने आईं थीं, तभी कहा था कि इस पर पांबदी लगनी चाहिए. प्रदेश में ना केवल जहरीली शराब, बल्कि हम तो कह रहे हैं कि आप तो पूरी तरह शराब पर पाबंदी लगा दो.
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एसपी-कलेक्टर हटाए गए
हालांकि इस मामले को लेकर सीएम हाउस में उच्चस्तरीय बैठक हुई. जिसमें सीएम शिवराज ने मुरैना के कलेक्टर अनुराग वर्मा और एसपी अनुराग सजानिया को हटाने के निर्देश दिए हैं. जिसके बाद दोनों अधिकारियों को पद से हटा दिया गया है. एसडीओपी पर भी गाज गिरी है.