भोपाल|मध्यप्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई है तब से लगातार सरकार के सामने वित्तीय स्थिति का संकट खड़ा है. मार्च के महीने में विधानसभा का सत्र भी पहले से प्रस्तावित है, इस सत्र के दौरान प्रदेश का बजट भी पेश किया जाना है. यही वजह है कि अब मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा बजट से पहले बजट प्रबंधन के बेहतर वैकल्पिक वित्तीय स्रोत तलाशे जा रहे हैं.
मोंटेक सिंह आहलूवालिया बताएंगे बजट प्रबंधन के गुर इसी के तहत मिंटो हॉल में अल्टरनेट प्रोजेक्ट फायनेंसिंग पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है. इस कार्यशाला में योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है.
ऐसा पहली बार हो रहा है जब मुख्यमंत्री ने परियोजनागत वैकल्पिक वित्तीय प्रबंधन की पहल की है. इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री कमलनाथ करेंगे और मुख्य अतिथि योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया होंगे.
विकसित अवधारणाओं पर होगा विचार
कार्यशाला में अल्टरनेट प्रोजेक्ट फायनेंसिंग के क्षेत्र में राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर वर्तमान में विकसित हो रही अवधारणाओं पर विचार होगा. इसके साथ ही कार्यशाला में सामाजिक क्षेत्र, सिंचाई तथा कृषि, अधोसंरचना, ऊर्जा तथा औद्योगिक विकास पर विशेष सत्र होंगे. इन सत्रों में विषय-विशेषज्ञ तथा विभागीय अधिकारी सम्मिलित होंगे.
मुख्यमंत्री कमलनाथ की पहल पर कार्यक्रम
प्रदेश का बजट तैयार करने से पहले सीएम की पहल पर सरकार उन सभी विकल्पों पर इस कार्यशाला के दौरान विचार करेगी, जहां से वित्तीय संसाधन जुटाए जा सकते हैं. इसे लेकर आज देशभर के वित्तीय विशेषज्ञ इस कार्यशाला के दौरान मंथन करेंगे. इसमें विकास परियोजनाओं के लिए बजट के परंपरागत स्रोतों पर निर्भरता कम कर वैकल्पिक वित्तीय स्त्रोत तलाशे जाएंगे साथ ही योजना को स्व- वित्त पोषित करने के तरीकों पर भी विचार किया जाएगा.
मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश और मार्गदर्शन अनुसार होने वाली इस कार्यशाला में प्राप्त सुझावों को मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने रखा जाएगा. कार्यशाला में प्राप्त सुझावों को आगामी बजट में सम्मिलित होंगे.