भोपाल।मध्य प्रदेश विधानसभा का चार दिवसीय मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है. 12 अगस्त तक चलने वाले सत्र के शुरू होने के एक दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. बैठक के बाद असंसदीय शब्द एवं वाक्यांश संग्रह पुस्तिका का विमोचन भी किया गया. सर्वदलीय बैठक में सदन के नेता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ मौजूद रहे. इस दौरान विधानसभा सचिवालय द्वारा तैयार की गई असंसदीय शब्द एवं वाक्यांश संग्रह पुस्तिका का विमोचन हुआ.
विधायकों ने पूछे 1184 सवाल, 236 ध्यानाकर्षण
विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने बताया कि सत्र की अधिसूचना जारी होने से अब तक विधानसभा सचिवालय में कुल 1184 प्रश्नों की सूचना प्राप्त हुई है, जबकि ध्यानाकर्षण की 236, स्थगन प्रस्ताव की 17, शून्यकाल की 40, अशासकीय संकल्प की 14 एवं 139 अविलंवनीय लोक महत्व की चर्चा की आठ, याचिकाओं की 15 और शासकीय विधेयकों की तीन तथा लंबित विधेयकों की दो सूचनाएं प्राप्त हुई हैं.
कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से होगा पालन
कोरोना महामारी की दूसरी लहर कमजोर पड़ चुकी है मगर कोरोना का खतरा पूरी तरह टला नहीं है. इसीलिए कोरोना को ध्यान में रखकर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने निर्देश दिए हैं कि सचिवालय परिसर में आने वाले लोग सामूहिक रूप से इकटठा न हों. साथ ही, मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है और सदन में प्रवेश से पहले वैक्सीनेशन अनिवार्य होगा.
डिजिटल से डरे माननीय: ऑनलाइन रहने के लिए लेते हैं कई हजार का भत्ता, सवाल पूछे ऑफलाइन
बाढ़ के मुद्दे पर हो सकता है हंगामा
मध्य प्रदेश में मानसून सत्र ऐसे समय शुरू हो रहा है. जब राज्य का ग्वालियर-चंबल इलाका भीषण रूप से बाढ़ से घिरा हुआ है. बड़े पैमाने पर तबाही हुई है, इसलिए इस सत्र के हंगामेदार होने की संभावना जताई जा रही है. सरकार की ओर से दावा किया गया है कि पीड़ितों की हर संभव मदद की जा रही है और सरकार मदद करने में पीछे नहीं रहेगी, वहीं कांग्रेस की ओर से सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे है. इसलिए यह संभावना बनी हुई है कि इस मानसून सत्र में चर्चा का बड़ा मुददा बाढ़ रहने वाली है.