भोपाल।परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कोकता, भोपाल में अत्याधुनिक क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के नवीन भवन का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि शहर में परिवहन बसों की बढ़ती संख्या एवं उसके सुव्यवस्थित संचालन के लिये नये एवं वृहद परिवहन परिसर की अत्यधिक आवश्यकता थी. नये आरटीओ परिसर में ड्रायवर ट्रेनिंग सेंटर, ऑटोमेटेड ड्रायविंग सेंटर और वाहन फिटनेस सेंटर का निर्माण किया गया है. इन सेंटर में ड्रायविंग टेस्ट के पश्चात प्राप्तांक के आधार पर ही लायसेंस जारी किये जायेंगे. इसका जल्द ही लोकार्पण किया जाएगा.
ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर बनाया गया
परिवहन मंत्री ने बताया कि परिवहन संबंधी बदलते नियमों से वाहन-चालकों को अवगत कराये जाने के लिये परिसर में विधिवत एक ड्रायवर ट्रेनिंग सेंटर बनाया गया है, जिसमें नये वाहन-चालकों सहित अनुभवी तथा लायसेंस धारक चालकों को नये नियमों संबंधी विस्तृत जानकारी दी जायेगी. इसमें वर्चुअल ट्रेनिंग सहित साहित्य और परामर्श प्रदान किया जायेगा.
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24 कैमरों की निगरानी में होगा ऑटोमेटेड ड्रायविंग टेस्ट
परिवहन मंत्री ने कहा कि 3850 वर्ग मीटर क्षेत्र में आधुनिक तकनीक पर आधारित ड्रायविंग टेस्टिंग ट्रेक, इस नवीन परिसर का मुख्य केन्द्र बिन्दु होगा. इसमें दो और चार पहिया वाहनों के लिये लायसेंस प्रदान करने के पहले आवेदकों को विभिन्न तरह के वाहन-चालन संबंधी टेस्ट देना होंगे. टेस्ट संबंधी परिणामों की निगरानी के लिये अत्याधुनिक ऑटोमेटेड सेंसर प्रणाली में लगभग 24 कैमरे क्रियाशील होंगे. सेंसर और कैमरों द्वारा वाहन-चालक द्वारा की गयी गलतियों पर माइनस मॉर्किंग दी जायेगी. वाहन-चालक को लायसेंस के लिये 200 में से 160 अंक लाना अनिवार्य है. सभी प्रक्रिया कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑटोमेटेड होगी.
नवीन फिटनेस सेंटर स्थापित
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि वाहनों के फिटनेस प्रमाण-पत्र के लिये 'वाहन फिटनेस केन्द्र' में वाहनों के क्रमवार आगमन-प्रमाणीकरण-निर्गम की प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिये टोकन पद्धति पर आधारित व्यवस्था के साथ पृथक-पृथक पार्किंग-स्थल विकसित किये गये हैं. फिटनेस के लिये आने वाले वाहनों से जाम न लगे, इसकी व्यवस्था भी की गयी है.