भोपाल।राजधानी भोपाल में वाहनों की संख्याओं में इजाफे के साथ ही ट्रैफिक का दबाव भी लगातार बढ़ता जा रहा है. भोपाल शहर के कई चौक, चौराहों और मार्ग ऐसे हैं जहां आए दिन ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती है. वाहन घंटों जाम में फंसे रहते हैं, ऐसे में यातायात पुलिस ने अब स्पेशल ट्रैफिक स्क्वाड की शुरुआत की है. इसके तहत एक बाइक पर 2 जवान तैनात रहेंगे जो शहर में ट्रैफिक जाम की स्थिति को संभालेंगे.
भोपाल में ट्रैफिक स्क्वाड गठित
यातायात पुलिस ने स्पेशल ट्रैफिक स्क्वाड की शुरुआत की है. जिसे एसटीएस नाम दिया गया है. यह स्क्वाड मोबाइल बाइक्स पर तैनात रहेगा. एक बाइक पर दो जवानों को नियुक्त किया गया है. शहर के सबसे ज्यादा ट्रैफिक वाले इलाकों में इन बाइक्स को तैनात किया जाएगा. यह बाइक आधुनिक सुविधाओं से लैस है. इसमें कंट्रोल रूम से कनेक्ट मोबाइल और जीपीएस सिस्टम रहेगा, साथ ही हूटर भी लगे रहेंगे. एसटीएस को अलग-अलग इलाकों में तैनात किया जाएगा. जहां भी ट्रैफिक जाम की स्थिति बनेगी कंट्रोल रूम से संबंधित एसटीएस को इसकी जानकारी दी जाएगी और कुछ ही मिनटों में एसटीएस मौके पर पहुंचकर ट्रैफिक क्लियर कराएगी.
देश का पहला ऐप, जो बनेगा महिलाओं की सुरक्षा का कवच: 'माय ट्रैफिक-माय सेफ्टी'
फिलहाल शुरू की गई हैं 8 एसटीएस
भोपाल पुलिस ने एसटीएस की शुरूआत 8 बाइक के साथ की है. पहले चरण में राजधानी के सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम वाले इलाकों में इन बाइक्स को तैनात किया जा रहा है. जिसमें एमपी नगर, माता मंदिर, भारत टॉकीज चौराहा, कोलार, सिंधी कॉलोनी, हमीदिया रोड, और मंगलवारा समेत रॉयल मार्केट रोड शामिल हैं. यह राजधानी के ऐसे इलाके हैं. जहां सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम होता है. इन इलाकों में स्पेशल ट्रैफिक स्क्वाड को प्रयोग के तौर पर तैनात किया जा रहा है. सूचना मिलते ही तत्काल यह स्क्वाड मौके के लिए रवाना हो जाएगा. भोपाल में ट्रैफिक के 15 पॉइंट्स हैं. इन 8 बाइक्स के बाद शेष 7 पॉइंट पर भी एसटीएस को तैनात किया जाएगा.
वीआईपी मूवमेंट और चेकिंग पॉइंट पर तैनात रहेंगे जवान
एसटीएस की शुरूआत के बाद अब फिक्स पॉइंट बनाकर चेकिंग करने वाले स्थानों पर ही यातायात पुलिस के जवान तैनात रहेंगे. इसके अलावा वीआईपी मूवमेंट के दौरान जवानों को तैनात किया जाएगा. पहले ट्रैफिक जाम की स्थिति से निपटने के लिए फिक्स पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मियों को मौके पर रवाना किया जाता था. मौके पर पहुंचकर जवान ट्रैफिक क्लियर करवाते थे और वापस अपने पॉइंट पर आ जाते थे. जिसमें काफी समय भी लगता था. लेकिन अब स्पेशल ट्रैफिक स्क्वाड ही ट्रैफिक क्लियर करवाने मौके पर पहुंचेगा.