भोपाल। शिवराज कैबिनेट ने मंगलवार को धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2020 को अध्यादेश के रूप में मंजूरी दे दी है. अध्यादेश को मंजूर करते हुए राज्यपाल के समक्ष भेज दिया गया है. राज्यपाल के हस्ताक्षर होते ही ये कानून के रुप में लागू हो जाएगा. इस कानून को अध्यादेश के रूप में मंजूरी दिए जाने पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि हमें कानून पर कोई एतराज नहीं है. समाज में जिस कानून की जरूरत है, वह कानून बनाना चाहिए. लेकिन बीजेपी का मन पवित्र नहीं है और बीजेपी इस कानून के जरिए राजनीतिक दांव पेंच खेलना चाहती है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी वालों जिहाद करना है, तो चीन की बॉर्डर पर चलो ताकि देश सुरक्षित रहे.
विधानसभा स्थगित होने के कारण अध्यादेश के रूप में दी गई मंजूरी
पहले शिवराज सरकार 28 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इस विधेयक को पेश करने जा रही थी. लेकिन विधानसभा के कर्मचारियों और कुछ विधायकों के कोरोना संक्रमित होने के कारण विधानसभा को स्थगित कर दिया गया. विधानसभा स्थगित करने के बाद शिवराज सरकार ने तमाम जरूरी विधेयकों को अध्यादेश के रूप में कैबिनेट मंजूरी दी है. इन विधेयकों की कैबिनेट की मंजूरी के बाद राज्यपाल के हस्ताक्षर के लिए भेज दिया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने राज्यपाल से मुलाकात कर अध्यादेश पर हस्ताक्षर का आग्रह भी किया है. राज्यपाल के हस्ताक्षर होते ही यह कानून के रूप में लागू हो जाएगा.