भोपाल।कोरोना की दूसरी लहर ने प्रदेश में तांडव मचा रखा है. कोरोना के लगातार मामले बढ़ रहे हैं. हालांकि प्रदेश सरकार भी संक्रमण की चेन के तोड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. कयास लगाये जा रहे हैं कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर अधिक विनाशक होगी. कोरोना की तीसरी लहर प्रदेश को ज्यादा प्रभावित न करे, इसके लिए प्रदेश सरकार ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है. रविवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना की तीसरी लहर की रोकथाम एवं उपचार के विभिन्न आयामों पर विस्तृत चर्चा की.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने किया मंथन
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने प्रदेश के 13 शासकीय मेडिकल कॉलेज एवं उनके कोविड अस्पतालों के चिकित्सकों एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों के साथ मंथन किया. कोरोना की तीसरी लहर में नवजात शिशु और बच्चों के संक्रमित होने की अधिक संभावना जतायी जा रही है. इसी को देखते हुये प्रदेश के मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में 360 बिस्तर के बच्चों के ICU की व्यवस्था की जा रही है. इसी कड़ी में भोपाल के हमीदिया अस्पताल में 50 बिस्तर का बच्चों का ICU वार्ड तैयार किया जाएगा.
दवां और इंजेक्शन होंगे उपलब्ध
मंत्री सारंग ने कोरोना संक्रमण में नवजात शिशु एवं बच्चों के उपचार के लिए आवश्यक दवाइयां , इंजेक्शन, कंज्यूमेंबल्स आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में 1000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर स्थापित किए जाएंगे. इस कार्य योजना में 1000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में से 15% का बैकअप रखते हुए 850 ऑक्सीजन बेड को सेंट्रल ऑक्सीजन सप्लाई से पृथक करते हुए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के माध्यम से संचालित किया जाएगा.