भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए काफी खींचतान मची हुई है. दिग्गज दावेदारों के अलावा वर्ग विशेष के दावेदार भी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हैं. इस दौड़ में शामिल कमलनाथ सरकार के आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम भले ही अध्यक्ष पद के लिए दावा नहीं कर रहे हैं, लेकिन उनका नाम शुरुआत से ही एक प्रबल दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है. लेकिन अध्यक्ष पद को लेकर मची हुई घमासान के बीच उनका मानना है कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है और कांग्रेस पार्टी में स्पष्ट लोकतंत्र है.
PCC चीफ पर बोले मंत्री ओमकार सिंह, कहा- कांग्रेस पार्टी में स्पष्ट लोकतंत्र, सबको अपनी बात रखने का अधिकार
पीसीसी अध्यक्ष पद को लेकर मची हुई घमासान के बीच मंत्री ओमकार सिंह मरकाम का मानना है कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है और कांग्रेस पार्टी में स्पष्ट लोकतंत्र है.
प्रदेशाध्यक्ष पद को लेकर शुरुआत में चर्चा चल रही थी कि किसी आदिवासी नेता को मध्यप्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जाएगा, क्योंकि विधानसभा चुनाव में आदिवासियों ने कांग्रेस पर भरपूर भरोसा जताया था और कांग्रेस 47 आदिवासी सीटों में से 31 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही थी. ऐसे में कमलनाथ सरकार के गृहमंत्री बाला बच्चन और आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम का नाम प्रदेश अध्यक्ष के दावेदारों में प्रमुख रूप से सामने आ रहा था. लेकिन बाद में दिग्गज दावेदारों के चलते ये नेता पिछड़ते हुए नजर आए. ज्योतिरादित्य सिंधिया, अजय सिंह और दिग्विजय सिंह जैसे दावेदारों के बीच आदिवासी नेताओं के नाम कमजोर पड़ गए हैं.
इस बारे में ओमकार सिंह मरकाम का कहना है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया अनुभवी नेता हैं. राष्ट्रीय नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में काम कर रहे हैं. ये सब मिलकर मध्यप्रदेश के हित के लिए बहुत बढ़िया निर्णय लेंगे. कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष जो भी निर्णय लेंगी वो सर्वमान्य होगा.