भोपाल। एमपी में कॉलेज के छात्रों को अब विश्वविद्यालयों में ही किताबें, पुस्तक बिक्री केंद्रों से मिल जाएंगी, यानी विश्वविद्यालय में ही ये पुस्तक बिक्री केंद्र खोले जाएंगे. यह फैसला उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में लिया गया. मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी की कार्य समिति एवं प्रबंधन मंडल की बैठक में यादव ने कहा कि विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम की पुस्तक आसानी से मिल सके इसके लिए सभी विश्वविद्यालय में पुस्तक बिक्री केन्द्र शुरू किये जायेंगे. उन्होंने कहा कि म.प्र. हिन्दी ग्रंथ अकादमी, उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हिन्दी की पुस्तकें प्रकाशित करने वाली देश में पहली अकादमी है.
शिक्षा मंत्री की पहल: मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी की कार्य समिति एवं प्रबंधक मंडल की बैठक ले रहे उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने छात्रों की सुविधा के लिए मध्यप्रदेश के सभी विश्वविद्यालय में पुस्तक ब्रिकी केंद्र खोले जाने की बात कही. उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि कॉलेज के छात्रों को सबसे ज्यादा परेशानी तब आती है जब उन्हें कोई किताब खरीदने के लिए बाहर जाना होता है और वह किताब उन्हें वहां नहीं मिल पाती या कई बार ऐसा होता है कि संबंधित किताबों के लिए कॉलेज के छात्र परेशान होते ही नजर आते हैं. इन सभी समस्याओं के निराकरण के लिए अब उच्च शिक्षा विभाग एक नई सुविधा की शुरुआत करने जा रहा है.