भोपाल। महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने अपने विभाग की आगामी योजनाओं की जानकरी दी. मंत्री इमरती देवी ने बताया कि हमारा पहला लक्ष्य प्रदेश से कुपोषण को हटाना है. जिसको ध्यान में रखते हुए कई योजनाएं इस साल विभाग की ओर से चलाई जाएंगी. जिसमें सी-सेम, पोषण रसोई, पोषण जागरूकता स्टॉल और बाल शिक्षा केंद्र प्रमुख होगीं. यह सब योजनाएं प्रदेश में कुपोषण के स्तर को कम करने के उद्देश्य से बनाई गई है.
सी-सेम-महिला एवं बाल विकास मंत्री के मुताबिक अति गंभीर कुपोषित बच्चों का समुदाय आधारित प्रबन्धन (सी-सेम) कार्यक्रम का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा परिवारों तक बच्चों की उचित देखभाल और उन्हें कुपोषण से मुक्त कराना है. फिलहाल 9 जिलों में सी-सेम कार्यक्रम चलाया जा रहा है. वहीं बाकी 43 जिलों में भी अति गंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर बिना चिकित्सकीय जटिलता और भूख की जांच में फेल बच्चों को सी-सेम के तहत नामांकित कर भर्ती किया जाएगा.
पोषण रसोई- इसके तहत स्थानीय स्तर पर उपलब्ध और इस्तेमाल किये जाने वाले अनाज, फल और सब्जियों की रेसिपी प्रतियोगिता कराई जाएंगी. इस योजना का उद्देश्य बच्चों, महिलाओं और किशोरी बालिकाओं में कुपोषण और खून की कमी दूर करने के लिए स्थानीय स्तर पर उपलब्ध विविधता को बढ़ावा देना है. इसके तहत प्रदेश की आंगनवाड़ी में मौजूद और इस्तेमाल होने वाले अनाज, फल और सब्जियों की जिलेवार सूचीबद्ध किया जाएगा. जिसके बाद उपलब्ध अनाज, फल और सब्जियों से मिलने वाले पोषकतत्वों की मात्रा की सारणी प्रतियोगिता के पहले दी जाएगी.