भोपाल। 3 नवंबर को मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो चुके हैं, जिसके बाद अब जनता और पार्टियों का रूझान मतगणना और रिजल्ट की ओर है. इस कड़ी में कांग्रेस मतगणना की तैयारियों में जुट गई है. मंगलवार 03 नवंबर को हुई रूझान को लेकर बुधवार को पूर्व सीएम कमलनाथ ने अपने निवास पर विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी और पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में जहां सभी सीटों के तहत फीडबैक लिया गया, वहीं मतगणना की तैयारियों को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
कमलनाथ के आवास पर पदाधिकारी और प्रभारियों का मंथन
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मतदान के दिन देर रात तक मतदान के रुझान पर नजर रखे हुए थे. वहीं बुधवार सुबह कमलनाथ ने अपने शासकीय आवास पर कांग्रेस पदाधिकारियों और अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारी रहे पूर्व मंत्रियों को बुलाकर हर विधानसभा का फीडबैक लिया और मतगणना को लेकर आगामी रणनीति पर चर्चा की.
कमलनाथ सरकार के जो मंत्री थे, उन्हें विधानसभा वार जिम्मेदारी सौंपी थी. इन सभी मंत्रियों से मिलकर सिलसिलेवार फीडबैक लिया गया और मतगणना को लेकर क्या-क्या सावधानियां बरती जा रही हैं और क्या तैयारियां की जा रही हैं, उस पर चर्चा की गई. कांग्रेस ने भरोसा जताया है कि वह उपचुनाव की मतगणना के बाद फिर सरकार बनाने जा रही है.
ये चुनाव मतदाता और बीजेपी के बीच, कांग्रेस फिर से बनाएगी सरकार
पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक कमलेश्वर पटेल ने कहा कि पहली बात तो यह है कि मध्य प्रदेश में जनता जनार्दन के आशीर्वाद से कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है क्योंकि जिस तरह से पूरे चुनाव के दौरान कांग्रेस को जनता का आशीर्वाद मिला है और जिस तरह से बीजेपी के नेता और गद्दारों के प्रति और जो नेता पार्टी छोड़कर गए हैं और जनता को चुनाव में धकेला है, तो जनता में काफी नाराजगी है. स्वाभाविक रूप से कांग्रेस की सरकार दोबारा प्रदेश में बन रही है. यह सिर्फ इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि चुनाव मतदाता और बीजेपी के बीच में मतदाताओं ने कांग्रेस का भरपूर समर्थन किया है.
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