भोपाल| राजधानी में सड़कों की हालत बद से बदतर बनी हुई है. शहर के अधिकांश क्षेत्रों में लगातार विकास कार्यों के चलते सड़कों को खुदा जा रहा है लेकिन जिस रफ्तार से सड़कों को दोबारा बनाया जाना चाहिए वह काम नहीं हो रहा है. शहर में कई सड़कें ऐसी भी हैं जिन्हें कई सालों से बनाया ही नहीं गया. जिसकी वजह से राजधानी में रहने वाले लोगों को दो चार होना पड़ रहा है. स्थिति यह है कि हर जगह धूल का गुबार ही नजर आता है जिसकी वजह से लोगों को श्वास संबंधी की बीमारी भी हो रही है.
भोपाल की खराब सड़कों बोले महापौर आलोक शर्मा राजधानी भोपाल में कई प्रोजेक्ट काम कर रहे हैं जिसके तहत है सड़कों को लगातार खोजा जा रहा है लेकिन संबंधित कंपनी के द्वारा दोबारा से सड़कों को सुधारा नहीं जा रहा है. इससे लेटलतीफी का खामियाजा शहर के लोगों को ही भुगतना पड़ रहा है. यही वजह है कि अब लोग अपने जनप्रतिनिधियों को प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दे रहे हैं.
महापौर आलोक शर्मा का कहना है कि शहर के अंदर कई विभागों के अंतर्गत सड़कों का काम आता है जिसकी वजह से कई बार असमंजस की स्थिति पैदा हो जाती है कि कौन सी सड़क किस विभाग के अंतर्गत आती है यही वजह है कि बरसात समाप्त हो जाने के बाद भी खराब हो चुकी सड़कों का काम शुरू नहीं हो पाया है जिसकी वजह से लोगों को परेशानी हो रही है.
विधायक रामेश्वर शर्मा दे चुके है चेतावनी
2 दिन पहले ही कोलार क्षेत्र के रहवासियों ने हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा को भी प्रदर्शन की चेतावनी दी थी जिसके बाद उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार भी लगाई थी इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों को 15 दिवस का समय भी दिया है ताकि जिन सड़कों को खोदा गया है उन्हें जल्द से जल्द बनाया जा सके वह एक बार फिर से शहर की सड़कों का रखरखाव करने के लिए भोपाल महापौर आलोक शर्मा ने राज्य सड़क प्राधिकरण बनाए जाने की मांग उठाई है.
सीएम कमलनाथ को दी नसीहत
महापौर ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ को चाहिए कि वे राजधानी सड़क प्राधिकरण बनाकर सारी सड़कों का काम केवल एक विभाग को सौंपे. इससे संबंधित विभाग के इंजीनियर और अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय हो सकेगी और सड़कों का निर्माण भी सही समय पर पूरा हो सकेगा इस प्राधिकरण के बन जाने के बाद सड़कों का काम केवल एक ही विभाग करेगा. इससे सरकार के द्वारा जो बजट मिलता है उसकी राशि मैं भी इजाफा होगा और बेहतर तरीके से काम हो सकेगा यदि सरकार इस ओर कदम बढ़ाती है तो निश्चित रूप से शहर की सड़कों को काफी बेहतर बनाया जा सकता है अभी जो स्थिति पैदा हो रही है उसका मुख्य कारण यही है कि विभागों के बीच आपसी सामंजस नहीं है इसलिए केवल एक विभाग बनाना सबसे बेहतर विकल्प है.