हैदराबाद। अगस्त माह के पहले रविवार को फ्रेंडशिप-डे मनाया जाता है. यूं तो हर कोई अपनी दोस्ती को मजबूत बनाये रखता है, लेकिन इस दिन के आने पर दोस्ती को और मजबूती मिल जाती है. साथ ही नाराज दोस्त भी इस दिन पर विश करने पर मान जाता है. ऐसे में आप उन्हें किसी भी तरह से विश कर सकते हैं.
फ्रेंडशिप-डे के मौके पर नाराज दोस्त को मनाने के लिए आप उन्हें फ्रेंडशिप बैंड दे सकते हैं, मनपसंद गिफ्ट दे सकते हैं, कोई भी दोस्ती पर गाया हुआ गाना डेडिकेट कर सकते हैं. इसके साथ ही फ्रेंडशिप डे पर दोस्ती के ऊपर फिल्मायी गई फिल्म भी उनके साथ देख सकते हैं. दोस्ती बॉलीवुड में कई फिल्में बनीं है. रविवार को दोस्त की याद में या दोस्त के साथ बैठकर इन फिल्मों को देखकर आप फ्रेंडशिप डे मना सकता हैं. घर में बैठकर फिल्में देखना कोरोना काल में एक अच्छा उपाय भी है. इस बहाने आपका फ्रेंडशिप डे भी सेलिब्रेट हो जाएगा.
दोस्त के साथ देख सकते हैं यह फिल्में
शोले:1975 की फिल्म शोले का नाम सुनते ही दिमाग में जय और वीरू की दोस्ती की तस्वीरें बनने लगती हैं. यही नहीं बॉलीवुड में जब भी दोस्ती को लेकर फिल्में बनती हैं. इस फिल्म का जिक्र होना लाजिमी है. शोले के जय और वीरू की दोस्ती हिंदी फिल्मों की शानदार दोस्ती की मिसाल पेश करती है.
1975 में बनी थी फिल्म शोले. थ्री ईडियट्सः अगर आप कॉलेज स्टूडेंट हैं या जॉब कर रहे हैं. फिर तो यह फिल्म सिर्फ आपके लिए ही है. आमिर खान, शर्मन जोशी और आर माधवन स्टारर फिल्म 'थ्री इडियट्स' दोस्तों के बीच काफी प्रचलित है. फिल्म तीन दोस्तों पर फिल्मायी गई है. तीनों दोस्त लड़ते हैं, झगड़ते हैं, लेकिन एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ते. अपने समय की यह फिल्म सुपरहिट थी.
तीन दोस्तों की कहानी है 3-इडियट्स. दिल चाहता है: यह फिल्म तीन दोस्तों की दिल को छू लेने वाली कहानी थी. 'दिल चाहता है' में तीन दोस्त मतभेद के बावजूद एक-दूसरे की बात को समझने की कोशिश करते हैं.
दिल को छू जाने वाली फिल्म है दिल चाहता है. रंग दे बसंती: देशभक्ति और दोस्ती का कॉम्बीनेशन है 'रंग दे बसंती' फिल्म. यह फिल्म राकेश ओमप्रकाश मेहरा के निर्देशन में बनी थी. फिल्म की कहानी दोस्ती के ऐसे जाल में पिरोया गया है कि आपको कतई भी बोरियत महसूस नहीं होगी.
दोस्ती और देशभक्ति का कॉम्बीनेशन है रंग दे बसंती फिल्म. जिंदगी ना मिलेगी दोबाराः फिल्म 'जिंदगी ना मिलेगी दोबारा' दोस्ती की कहानी को अलग तरह से बयां करती है. यह फिल्म इंसानों की जिंदगी में दोस्ती के खास महत्व को रेखांकित करती है.
दोस्ती के साथ जिंदगी का महत्व बताती है जिंदगी न मिलेगी दोबारा.