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2024 का खेला होबे? सोनिया से पहले कमलनाथ से मिलीं ममता, क्या है मुलाकात के मायने ? - कांग्रेस

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ के दिल्ली में हुई मुलाकात ने सियासी हलचल तेज कर दी है. ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे को जानकार 2024 के चुनावों से पहले की कवायद के तौर पर देख रहे हैं, ऐसे में उनका कमलनाथ से मिलना कई मायनों में चर्चा का कारण बन गया है.

Mamta met Kamal Nath before Sonia
सोनिया से पहले कमलनाथ से मिलीं ममता

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Published : Jul 27, 2021, 8:36 PM IST

हैदराबाद/भोपाल। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ की मुलाकात ने न सिर्फ मध्य प्रदेश बल्कि देश की सियासत में भी थोड़ी हलचल बढ़ा दी है. कमलनाथ को कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चाओं पर अभी पूरी तरह विराम नहीं लगा है, ऐसे में सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले ममता बनर्जी का कमलनाथ ने मिलना राजनीतिक गलियारों में चर्चा में है.

ममता और कमलनाथ के बीच हुई मुलाकात

ममता बनर्जी और कमलनाथ की मुलाकात ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी के साउथ एवेन्यू स्थित आवास पर हुई. लगभग एक घंटे चली मुलाकात के बाद ममता और कमलनाथ दोनों साथ बाहर आए. ममता बनर्जी एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ को घर के बाहर तक छोड़ने भी आई. मीडिया से बातचीत में कमलनाथ ने कहा कि ममता से उनके बहुत पुराने संबंध हैं. मुलाकात के दौरान देश के ज्वलंत मुद्दों, महंगाई और किसानों का मुद्दों पर बात हुई.

सोनिया से पहले कमलनाथ से मिलीं ममता

2024 से पहले गठबंधन बनाने की कवायद

राजनीतिक जानकार इसे 2024 के आम चुनावों से जोड़कर देख रहे हैं. जानकारों का मानना है कि 2024 में ममता बनर्जी और कमलनाथ राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी निभा सकते हैं. कमलनाथ और ममता बनर्जी की इस मुलाकात को 2024 की रणनीति के तौर पर ही देखा जा रहा है. ममता का दिल्ली दौरा 2024 के आम चुनावों के लिए गठबंधन बनाने की तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है. ऐसे में उनका कमलनाथ ने मिलने कई सवाल खड़े कर रहा है.

सोनिया से पहले कमलनाथ से मिलने के मायने

वैसे तो ममता बनर्जी दिल्ली में कई बड़े नेताओं से मुलाकात कर रही है. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के पहले उनका कमलनाथ से मिलना उन खबरों को हवा दे रहा है, जिनकी मुताबिक कमलनाथ को आम चुनावों के पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनीति में बड़ा पद मिल सकता है. हालांकि दिल्ली से लौटने के बाद कमलनाथ इन अटकलों पर खुद ही विराम लगा चुके हैं.

सोनिया-ममता के बिगड़े रिश्तों को सुधारने की कवायद

ममता बनर्जी के सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले कमलनाथ से मिलने के कुछ अलग मायने भी निकाले जा रहे हैं. माना जा रहा है कि सोनिया और ममता के संबंधों में पहले जैसी मिठास नहीं है. दोनों के मुलाकात से पहले कमलनाथ का ममता से मिलना एक भावनात्मक ब्रिज बनाने के तौर पर भी देखा जा रहा है. बंगाली परिवार से ताल्लुक रखने वाले कमलनाथ पहले ही बता चुके हैं कि ममता बनर्जी से उनके पुराने संबंध है.

कमलनाथ का पार्टी में कद और बढ़ा होना तय है

कांग्रेस के डूबती नैया को पीके लगाएंगे पार?

ममता बनर्जी के साथ राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर भी दिल्ली दौरे पर हैं. इस दौरान वो शरद पवार से मुलाकात कर चुके हैं. ममता को बंगाल में जीत दिलवाने में पीके की अहम भूमिका मानी जाती है. ऐसे सवाल यह भी है कि क्या 2024 में गठबंधन कर कांग्रेस की डूबती नैया को पार लगाने के पीछे प्रशांत किशोर का आइडिया भी हो सकता है.

ममता बनर्जी से मिले कमलनाथ, कहा- 2024 के चुनाव पर कोई चर्चा नहीं

एमपी चुनाव के बाद राष्ट्रीय राजनीति में होंगे एक्टिव !

सियासी गलियारों में एक और बात चर्चा में है. कांग्रेस की सियासत को करीब से समझने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि कमलनाथ मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर की जिम्मेदारी निभाएंगे. सूत्रों की माने तो सोनिया गांधी और कमलनाथ के बीच यह तय हुआ है कि मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले कमलनाथ राष्ट्रीय स्तर पर कोई पद नहीं लेंगे लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर काम करते रहेंगे.

कमलनाथ का पार्टी में कद और बढ़ा होना तय है

इस मामले में राजनीतिक विश्लेषक अजय बोकिल का मानना है कि ममता बनर्जी का कमलनाथ से मिलना इस बात की तरफ इशारा करता है कि कमलनाथ को कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है. उनका मानना है कि कमलनाथ या तो कार्यकारी अध्यक्ष या सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार बनाए जा सकते हैं. अजय बोकिल का मानना है कि ममता 2024 से पहले राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि बनाना चाहती है. इसलिए भी वो दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेताओं से मिल रही है.

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