भोपाल। राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता खत्म करने के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने भोपाल में बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि देश तानाशाही की तरफ बढ़ रहा है. यदि नरेंद्र मोदी फिर देश के पीएम बने तो शायद देश में लोकतंत्र नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के भाषण को ओबीसी के मुद्दे से जोड़कर बीजेपी भटकाने का काम कर रही है. जबकि भाषण में मोदी के अलावा नीरव मोदी, ललित मोदी का भी नाम लिया था, क्या वह दोनों ओबीसी हैं. यहां तक कि मामले में याचिकाकर्ता भी मोदी थीं, लेकिन वह तो बनिया हैं.
सवाल पूछते रहेंगे राहुल गांधी: पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि बीजेपी की बौखलाहट सिर्फ इस बात से है कि राहुल गांधी ने पीएम मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी के संबंधों को लेकर सवाल किया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अब सांसद न भी हों, लेकिन एक आम नागरिक के तौर पर बार-बार इसको लेकर सवाल पूछते रहेंगे. कांग्रेस द्वारा संयुक्त संसदीय कमेटी से मामले की जांच की मांग उठाई जा रही है, लेकिन हमें पूरा यकीन है पीएम मोदी इसे कभी नहीं मानेंगे. उधर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम की पत्रकार वार्ता के समय ही सीएम शिवराज द्वारा मीडिया को बुलाए जाने पर कांग्रेस भड़क गई. कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा कि अगले चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने पर वे उनका पूर्व सीएम का प्रोटोकॉल भी खत्म करेगी.
सवालों से बौखलाई है बीजेपी:पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा भारत जोड़ो यात्रा से मिली लोकप्रियता के बाद विदेश में राहुल गांधी का बयान और फिर संसद में मोदी-अडानी को लेकर उठाए गए सवाल से बीजेपी बौखलाई हुई है. इसके बाद ही बीजेपी ने संसद से उनकी सदस्यता खत्म करने की कोशिशें शुरू कर दी थी. पहले भी दो मामलों में इसके प्रयास किए गए थे. बाद में जिस मानहानी के मामले में उन्हें 2 साल की सजा सुनाई गई, वह कानून अस्तित्व में आने के 107 साल के इतिहास में पहला मामला है, जब किसी को 2 साल की सजा दी गई हो. उन्होंने आरोप लगाया कि संसद में सत्ता पक्ष द्वारा ही राहुल गांधी को बोलने नहीं दिया गया, लेकिन कांग्रेस का अब भी सवाल ही है कि आखिर अडानी के भाई द्वारा मॉरिशस में बनाई गई शेल कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपए की राशि कहां से आई.