भोपाल। आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहे प्रदेश में पर्यटन बढ़ाने और इसके जरिए रोजगार पैदा करने के लिए प्रदेश को आध्यात्मिक पर्यटन के रूप में विकसित करने की तैयारी की जा रही है. मध्यप्रदेश में उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर, ओम्कारेश्वर, ओरछा का रामराजा सरकार मंदिर पहले ही पर्यटन का केंद्र रहा है अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ ही मध्य प्रदेश में भी राम वन पथ गमन को विकसित करने की तैयारी की जा रही है.
पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर के मुताबिक राम जन्मभूमि में राम मंदिर निर्माण शुरू हो चुका है. राम मंदिर लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र रहा है. इसी तरह मध्य प्रदेश के ओरछा के रामराजा दरबार को लेकर भी लोगों की आस्था जुड़ी है. इसको लेकर ओरछा मंदिर को विकसित किया जाएगा, इसी तरह केंद्र सरकार की मदद से राम वन गमन पथ को विकसित किया जाएगा.
ओंकारेश्वर को विश्व स्तरीय पर्यटन का केंद्र बनाने की तैयारीप्रदेश सरकार धार्मिक आस्था के केंद्र रहे महाकालेश्वर मंदिर, ओंकारेश्वर को विश्व स्तरीय पर्यटन के केंद्र के रूप में विकसित करने की तैयारी में जुटी है. पिछली कमलनाथ सरकार ने इस क्षेत्र को ओम सर्किट के रूप में विकसित करने के लिए 300 करोड़ रूपए की योजना तैयार की थी. उधर ओमकारेश्वर में ओंकार पर्वत पर शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची विशाल धातु प्रतिमा स्थापित करने की तैयारी फिर तेज हो गई है.
संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने भी दौरा कर समय सीमा में काम पूरा करने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. शिवराज सरकार के पिछले टर्म में वेदांत संस्थान और आचार्य शंकर मंत्रालय का शिलान्यास कर आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने के लिए एकात्म यात्रा निकाली गई थी.
पर्यटन और धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर के मुताबिक प्रदेश की सीमाएं पांच राज्यों से मिलती है. हम प्रदेश में ईको टूरिज्म के साथ ही आध्यात्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देंगे. साथ ही प्राकृतिक सुंदरता के साथ विविध संस्कृति और बोली से युक्त मध्य प्रदेश के 53 गांवों को चिन्हित कर उन्हें पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा, इससे ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.