भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि शासकीय कार्यक्रमों की शुरुआत बेटियों की पूजा से होगी. इस घोषणा पर आज से अमल भी शुरू कर दिया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर कार्यक्रम की शुरुआत बेटी पूजन से ही की गई. लेकिन मध्यप्रदेश में बेटियों को पूजा नहीं बल्कि सुरक्षा चाहिए. मध्य प्रदेश पिछले कई सालों से महिला अपराधों में पहले पायदान पर है. आलम यह है कि महिला अपराधों के साथ-साथ नाबालिगों से दुष्कर्म और एससी-एसटी की महिलाओं पर अत्याचार के मामलों में भी प्रदेश पीछे नहीं है.
सिर्फ पूजा से कैसे सुरक्षित होगी लाडली ?
बीते 15 अगस्त को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि मध्यप्रदेश में किसी भी सरकारी कार्यक्रम की शुरुआत बेटियों की पूजा से ही होगी. इसके लिए शासन ने आदेश भी जारी किए हैं. सभी विभागों और जिलों को इसका सख्ती से पालन करने के निर्देश भी दिए गए हैं. लेकिन एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक अब मध्य प्रदेश नाबालिग से दुष्कर्म के मामलों में भी अव्वल है. इतना ही नहीं एससी एसटी वर्ग की महिलाओं से अत्याचार के मामलों में भी मध्यप्रदेश ने सभी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है. ऐसे में पूजन करने से महिलाओं और बेटियों को कैसे सम्मान मिल सकेगा क्योंकि मध्यप्रदेश में बेटियां और महिलाएं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है.
इस साल अक्टूबर तक ही 45 हजार से ज्यादा महिला अपराध
मध्यप्रदेश में महिला अपराधों की बात करें तो इस साल यानी कि जनवरी 2020 से लेकर अक्टूबर 2020 तक ही प्रदेश भर में 45 हजार 920 महिला अपराध घटित हुए हैं. इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट, अपहरण, दहेज प्रताड़ना समेत छेड़छाड़ और बलात्कार के मामले शामिल हैं. पिछले 8 महीनों में ही 3 हजार 800 से भी ज्यादा महिलाओं के साथ ज्यादती की गई है.509 महिलाओं को तो मौत के घाट उतार दिया गया है. मध्य प्रदेश में मार्च के अंत से कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन लगाया गया था. लेकिन लॉकडाउन के दौरान भी महिला अपराधों में कोई गिरावट दर्ज नहीं की गई. महिलाओं के साथ अपराध लॉकडाउन के दौरान भी जारी रहे.चौंकाने वाली बात तो यह है कि लॉकडाउन के दौरान भी 11 हजार से ज्यादा महिला अपराध प्रदेश के अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए. वहीं राजधानी भोपाल में भी महिला अपराधों के कई मामले सामने आए हैं. अधिकारियों का दावा है कि महिला अपराधों को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है.
पिछले आठ महीनों में घटित हुए अपराध