सिस्टम की त्रासदी! दशकों से बंद है रोजाना 90 मीट्रिक टन ऑक्सीजन देने वाला प्लांट
ग्वालियर में एमपी आयरन में मौजूद ऑक्सीजन प्लांट 1998 से बंद पड़ा हुआ है. यह प्लांट 1998 में रोजाना 90 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन करता था. प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन यदि इस प्लांट को ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए दोबारा शुरू करती है तो यह प्लांट प्रदेश के लिए संजीवनी बन सकता है. इस प्लांट से ग्वालियर के साथ ही प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकती है.
किराये पर सिस्टम! ऑक्सीजन लगा महिला को ठेले पर सुला निकल पड़े बाप-बेटे
उज्जैन में समय पर एंबुलेंस न मिलने पर महिला मरीज को ठेले से अस्पताल ले जाया गया, महिला के पति ने बताया कि उसकी पत्नी को दमे की शिकायत है, जिसके कारण उसकी तेजी से सांसें चलने लगी थी और सांस लेने में तकलीफ भी हो गई थी.
मध्य भारत के सबसे बड़े कोविड केयर सेंटर में उपचार शुरू
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मरीजों को पर्याप्त मात्रा में बेड उपलब्ध हो सकें, इसके लिए राज्य सरकार का सहयोग करने अनेक संस्थाएं आगे आ रही हैं. इंदौर में राधास्वामी सत्संग ब्यास आश्रम में मध्य भारत का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर बनाया गया है.
सिंधिया के करीबी पूर्व विधायक भी नहीं दिला पाये 'जीवन-रक्षक' रेमडेसिविर!
पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल ने बुधवार को क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में अधिकारियों से शिकायत की है कि उनके द्वारा खुद गंभीर कोरोना मरीज के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन देने के लिए प्रशासन को पत्र लिखा था, लेकिन उन्हें इंजेक्शन नहीं मिला और आखिरकार मरीज की मौत हो गई.
रेमडेसिविर इंजेक्शन की लूट है! लूट सके तो लूट...
जिला अस्पताल में बने को कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों के परिजनों को रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन के लिए जद्दोजहद करना पड़ रही है. ऑक्सीजन और इंजेक्शन को लेकर जिला अस्पताल में मरीजों के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. हंगामे में मरीजों और परिजनों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन को लूटना शुरू कर दिया.