मध्य प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़े संकेत दिए हैं. सीएम ने कहा कि जिन जिलों में 17 मई तक पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से कम नहीं आएगा, वहां कोरोना कर्फ्यू में ढील देना मुमकिन नहीं होगा.
नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए कि मुख्य आरोपी सपन जैन को गुजरात से उठाकर मध्य प्रदेश लाएं, क्योंकि उसने मध्य प्रदेश में भी इंजेक्शन बेचे हैं.
इंदौर पुलिस अब मुख्य आरोपी सुनील मिश्रा, पुनीत शाह और कौशल बोरा को गुजरात से लाने की तैयारी की जा रही है. तीनों आरोपियों को इंदौर वापस लाने के लिए पुलिस ने प्रयास भी शुरु कर दिए हैं.
ग्वालियर के कंपू थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक की मौत हो गई वे कोरोना से संक्रमित थे. वहीं जानकारी के मुताबिक वे कोरोना से रिकवर हो गए थे जिसके बाद आशंका जताई जा रही है. कि ब्लैक फंगस के चलते उनकी मौत हुई है.
कोरोना संक्रमण के बीच ब्लैक फंगल इंफेक्शन की दस्तक ने शासन प्रशासन की मुसीबत बढ़ा दी है. मध्य पदेश में अभी तक 50 ब्लैक फंगस के रोगी पाए गए हैं. इसको लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बैठक भी की है.