भोपाल। भारत सरकार की मिनी रत्न कंपनी मिनरल एक्सप्लोरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की. वे सीएम से मिलने गुरुवार शाम को मंत्रालय पहुंचे थे. मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के कोयला और चूना-पत्थर के अलावा कई बहुमूल्य खनिज के बारे में अपने विचार अधिकारियों के सामने रखे, साथ ही प्रदेश के खनिज उत्पादन को लेकर भी चर्चा हुई.
खनिजों को लेकर सीएम कमलनाथ ने ली बैठक
खनिज हैं मजबूत अर्थव्यवस्था का आधार: कमलनाथ
सीएम कमलनाथ ने कहा कि खनिज उत्पादन भविष्य की अर्थव्यवस्था का आधार है. मध्यप्रदेश कीमती खनिजों का भंडार है और जितनी जल्दी इसका उपयोग राज्य के विकास के लिए जाएगा, उतना ही जनता के हित में होगा. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को अपनी प्राथमिकता का प्रदेश बनाएं. कोयला और चूना-पत्थर के अलावा प्रदेश में कई बहुमूल्य खनिज हैं, जो भविष्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.
राज्य सरकार खनन को लेकर करेगी पूरा सहयोग: कमलनाथ
मुख्यमंत्री ने कहा कि एमईसीएल के मदद से भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण के पास उपलब्ध खनन और भण्डारण की बहुमूल्य जानकारी का उपयोग कर खनन का काम तत्काल शुरू करने की तैयारी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि खनिजों के उत्खनन की समयसीमा निर्धारित कर योजना बनाई जानी चाहिए, जिसमें राज्य शासन अपनी तरफ से पूरा सहयोग करेगा. मैगनीज, बॉक्साइट, ग्रेफाइट, आयरन ओर और रेडियम, वेनेडियम जैसे मूल्यवान खनिजों के खनन पर ध्यान दें, जिनके भण्डारण की जानकारी उपलब्ध है.
सीएम कमलनाथ ने अधिकारियों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आगे कहा कि बुंदेलखण्ड, महाकौशल और प्रदेश के पश्चिम भाग में इन खनिजों के कीमती भंडार उपलब्ध हैं. हर खनिज की अलग नीति बनाकर काम शुरू किया जाए. उन्होंने कहा कि कोयला खनन की नीति, डायमंड और मैगनीज पर लागू नहीं हो सकती.
कमलनाथ ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कीमती खनिजों के खनन की समयबद्ध योजना बनाई जाए. बता दें कि बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ-साथ खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल, मुख्य सचिव एस आर मोहन्ती और एमईसीएल के अध्यक्ष और मुख्य महाप्रबंधक डॉ रंजीत रथ मौजूद थे.