भोपाल। कोरोना संक्रमण के प्रकोप के चलते इस वर्ष जून के महीने में स्कूल नहीं खुल पाए हैं. ऐसे में जिन छात्रों को मध्यान्ह भोजन की सुविधा शासन द्वारा दी जाती थी, वो भी नहीं हो पा रही है. ऐसे में जरूरतमंद छात्रों को स्कूल शिक्षा विभाग स्कूल बुलाकर राशन सामग्री दे रहा है. भोपाल के सूरज नगर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में छात्रों को बुलाकर राशन दिया गया.
स्कूल के प्राचार्य सुभाष सक्सेना ने बताया कि शासन के आदेशों के अनुसार छात्रों को स्कूल बुलाकर राशन वितरित की जा रही है. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग के साथ छात्रों को राशन दिया गया. जिसमें आटा, चावल, दाल समेत अन्य सामग्री दी गई. इसके साथ ही छात्रों को मास्क भी वितरित किए गए. इस आपदा के बीच छात्र भूखे ना रहे, इसको देखते हुए शासन की पहल पर स्कूलों द्वारा छात्रों को स्कूल बुलाकर सामग्री वितरित की जा रही हैं. स्कूल शिक्षा विभाग की पहल पर शासकीय स्कूलों में मध्यान्ह भोजन का लाभ लेने वाले छात्रों को राशन वितरित किया जा रहा है.
भोपाल : शासकीय स्कूलों के बच्चों को मध्यप्रदेश शासन बांट रहा राशन - Ration in government schools
मध्यान्ह भोजन की सुविधा शासन द्वारा दी जाती थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल बंद होने के कारण इन बच्चों को मध्यान्ह भोजन नहीं मिल पा रहा है, ऐसे में जरूरतमंद छात्रों को स्कूल शिक्षा विभाग स्कूल बुलाकर राशन सामग्री दे रहा है.
स्कूल के प्राचार्य सुभाष सक्सेना ने बताया कि प्रदेश में फैली महामारी के बीच शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे जो बेहद गरीब परिवारों से आते हैं, जिनके पास खाने की सुविधा नहीं होती है. ऐसे बच्चों को स्कूलों में खाना दिया जाता था. जिससे वो दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर लिया करते थे, लेकिन अब जब स्कूल बंद हैं तो ऐसे में ये छात्र भूखे ना रहें इसको देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने ये पहल की है कि स्कूलों में बच्चों को बुलाकर राशन वितरित किया जाएगा. इसी के तहत सभी बच्चों को स्कूल बुलाकर राशन दिया गया.
वहीं सामग्री वितरित करते वक्त स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग का भी खास ध्यान रखा गया. सभी बच्चों के हाथ सेनिटाइज कराने के बाद ही सामग्री वितरित की गई. इसके साथ ही बच्चों को मास्क भी बांटे गए. मध्यप्रदेश शासन द्वारा शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को राशन सामग्री वितरित की जा रही है, जिन बच्चों को मध्यान्ह भोजन का लाभ स्कूल बंद होने के कारण नहीं मिल पा रहा है, वह बच्चे स्कूल आ कर राशन ले रहे हैं.