भोपाल/इंदौर। मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने महाराष्ट्र से आने वाली बस सेवा पर लगे प्रतिबंध को बढ़ा दिया है. कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सरकार ने प्रतिबंध 31 मार्च से बढ़ाकर 15 अप्रैल तक के लिए कर दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट बैठक के बाद कलेक्टर कमिश्नर के साथ कोरोना की समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना को लेकर लोगों को जागरूक करने यमराज बन कर घूमने जैसे पूर्व की तरह प्रयोग और किए जाने चाहिए. बैठक में भोपाल संभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि जिले में 4 से 6 हजार बेड क्षमता है.
मुख्यमंत्री ने जिलेवार की कोरोना नियंत्रण की समीक्षा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा भोपाल में बिना मास्क के घूमने वालों और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने के मामलों में 10 हजार चालान हुए हैं. सीएम ने कहा कि लोगों के बीच जन जागरूकता का काम लगातार चलना चाहिए और उन्हें मास्क के उपयोग के लिए प्रेरित करना चाहिए. पूर्व में यमराज बन कर घूमने जैसे प्रयोग हुए हैं इन्हें फिर किया जा सकता है. सीएम ने कहा कि हमीदिया सहित सभी केंद्रों में वैक्सीनेशन लगाने के काम में और गति लाई जानी चाहिए. उन्होंने इंदौर भोपाल, जबलपुर, खरगोन की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि इन स्थानों पर कुछ माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर नियंत्रण किया जाए. ज्यादा संक्रमण को हर हाल में रोकना है, क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से चर्चा कर निर्णय लें.
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मुख्यमंत्री बोले बुरहानपुर में पर्याप्त बेड लेकिन नहीं हो रहा उपयोग
मुख्यमंत्री ने जिला बार समीक्षा बैठक में कहा कि बुरहानपुर में होली को लेकर जो स्लोगन दिया गया वह काफी लोकप्रिय हुआ है, लेकिन जिले में बेड की पर्याप्त उपलब्धता है. इसके बाद भी इसका उपयोग नहीं हो रहा है. हालांकि महाराष्ट्र से सटे होने के बाद भी बुरहानपुर में कोरोना का अच्छा नियंत्रण किया गया है.
मंत्री ने कहा व्यापारिक गतिविधियां चलने से फैल रहा संक्रमण
दरअसल, मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी होने के कारण महाराष्ट्र और प्रदेश के सीमावर्ती जिले बुरहानपुर, बड़वानी, खरगोन खंडवा सहित कई जगहों से रोज ही वाहनों का और आम लोगों की आवाजाही जारी है. हाल ही में यह मुद्दा आज आयोजित मुख्यमंत्री द्वारा ली गई कोरोना की समीक्षा बैठक में उठा. लिहाजा संबंधित जिलों की ओर से मध्यप्रदेश की ओर होने वाली आवाजाही को प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया गया है. जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया की इंदौर से अन्य जिलों की व्यापारिक गतिविधियां सुचारू रहने से भी संक्रमण तेजी से फैल रहा है. यही वजह है कि आज फिर महाराष्ट्र से लगे हुए सीमावर्ती जिलों से हो रहे आवागमन को नियंत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं.
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सभी कलेक्टरों को दिए निर्देश
गौरतलब है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हर जिले में कोरोना की स्थिति को लेकर समीक्षा की है. बताया जा रहा है कि अब वैक्सीनेशन अभियान को युद्ध स्तर पर बढ़ाया जाएगा. इधर इंदौर में करीब 50000 वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके अलावा इंदौर में पड़ोसी शहरों और जिलों से आने वाले लोगों को इलाज के लिए अस्पतालों में बिस्तर मुहैया हो सके. इसके लिए भी स्थानीय स्तर पर तैयारियां की गई हैं. फिलहाल वर्तमान में 5547 बेड हैं, जिन पर 3506 मरीज भर्ती हैं. शेष 2191 बेड अभी भी खाली हैं. हालांकि मरीजों के लिए बिस्तर का लक्ष्य एक बार फिर 10000 तक पहुंचाने की तैयारी की गई है. इसके अलावा सरकार की कोशिश है कि आगामी 10 दिनों के अंदर कोरोना की संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके. इस लिहाज से प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों को सख्त निर्देश दिए गए हैं.