भोपाल।प्रदेश में पिछले वर्षों में धान का उत्पादन लगातार बढ़ने से धान की फसल की तरफ किसानों का रुझान बढ़ा है. इस बार समय से पहले हुई बारिश के चलते किसानों ने धान की रोपाई तो कर दी, लेकिन अब जब पानी की जरूरत है तो बारिश नहीं हो रही है. इन हालातों में किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं.
रोक दी धान की रोपाई
राजधानी से सटे खजरी कला गांव के किसान मिश्रीलाल राजपूत ने बताया कि उन्होंने फिलहाल धान की रोपाई रोक दी है. पहले 15 एकड़ में रोपाई करना थी. अब पानी नहीं मिलने से बुआई रोक दी है. पानी नहीं मिलने से फसल सूखने के आसार बन गए हैं. उनका कहना है कि जिन किसानों ने बुआई कर दी है, उनकी हालत खराब हो रही है.
वर्ष | धान का रकबा | उत्पादन |
2015-16 | 20.24 | 53.20 |
2016-17 | 22.60 | 80.98 |
2017-18 | 20.23 | 73.05 |
2018-19 | 27.94 | 78.60 |
2019-20 | 30.76 | 109.58 |
(रकबा लाख हेक्टेयर और उत्पादन लाख टन में) |
अब तक 16 प्रतिशत अधिक बारिश
मौसम विभाग के अनुसार मानसून आने की अधिकृत तिथि 16 जून थी. इस बार 12 जून को ही मानसून की बारिश शुरू हो गई थी. मप्र में अब तक 170 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि 147 मिमी सामान्य तौर पर बारिश इस समय तक होती है. यह 16 प्रतिशत अधिक है.