भोपाल।राज्य शासन ने कोरोना संक्रमण में स्कूली बच्चों को मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराने के लिए, प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल के 66 लाख 27 हजार बच्चों के अभिभावकों के बैंक के खाते में 117 करोड़ रूपये की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की है. वहीं 56 लाख 87 हजार बच्चों को डोर-टू-डोर मध्यान्ह भोजन का राशन भी पहुंचाया जा चुका है. अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सरकार की समीक्षा बैठक में बताया गया कि मध्यप्रदेश डोर-टू-डोर मध्यान्ह भोजन राशन पहुंचाने वाला देश का पहला राज्य बन गया है.
डोर-टू-डोर मध्यान्ह भोजन पहुंचाने वाला देश का पहला राज्य बना मध्यप्रदेश - लॉकडाउन
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन है. वहीं स्कूली छात्रों को मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराने के लिए अभिभावकों के बैंक खाते में 117 करोड़ रूपये की राशि ट्रांसफर की गई है. वहीं 56 लाख 87 हजार बच्चों को डोर-टू-डोर मध्यान्ह भोजन का राशन भी पहुंचाया जा रहा है.
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अपर मुख्य सचिव ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते 23 मार्च से लॉकडाउन होने के बाद 29 मार्च को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एन.आई.सी. के माध्यम से बच्चों के अभिभावकों के खाते में खाद्य सुरक्षा भत्ते की राशि ट्रांसफर की गई. यह राशि सभी बच्चों के अभिभावकों को प्राप्त हो गई है.
अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि अप्रैल से ही विद्यालय बंद हैं जिसके बाद विद्यार्थियों को भोजन का राशन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय शिक्षिकों के सहयोग से घर पर पहुंचाया जा रहा है. भारत सरकार ने मध्यप्रदेश में मध्यान्ह भोजन योजना के क्रियान्वयन में नवाचार के सफल प्रयासों की सराहना की है.